नोटबंदी से सेक्स वर्करों के ‘बागों में बहार’

भले ही देश में 500 और 1000 रुपये के नोट बंद होने से कुछ लोगों को परेशानी हो रही है, लेकिन इससे सेक्स वर्करों के बागों में बहार लौट आई है. उनका कारोबार खूब फल-फूल रहा है. इन इलाकों में पुराने नोट भी लिए जा रहे हैं.

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नोटबंदी से सेक्स वर्करों के ‘बागों में बहार’

Admin

  • November 12, 2016 1:54 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली. भले ही देश में 500 और 1000 रुपये के नोट बंद होने से कुछ लोगों को परेशानी हो रही है, लेकिन इससे सेक्स वर्करों के बागों में बहार लौट आई है. उनका कारोबार खूब फल-फूल रहा है. इन इलाकों में पुराने नोट भी लिए जा रहे हैं.
 
दक्षिण एशिया के सबसे बड़े रेड-लाइट इलाके सोनागाछी में इस खूब रौनक देखने को मिल रही है. यहां एटीएम से ज्यादा लोगों की लंबी कतार लगी है. यहां के एक संगठन ‘दरबार महिला समन्वय समिति’ के संचालक के मुताबिक लड़कियों को कहा गया है कि वे 1000 और 500 के पुराने नोटों को लेने से इनकार न करें.
 
हालांकि यह ऑफर केवल एक सप्ताह के लिए ही है. इसके बाद यहां भी पुराने नोट नहीं लिए जाएंगे. इसी वजह से यहां ग्राहकों की भीड़ है. हालांकि यहां भी एक समस्या आ रही है कि जो टॉप श्रेणी के यौनकर्मी हैं उनकी तो चांदी है लेकिन उनकी परेशानी बढ़ गई है जो सिर्फ 300 या 400 रुपए लेती हैं.
 
संगठन का दावा है कि पिछले दो दिनों में यौनकर्मियों से उषा मल्टीपरपस कोऑपरेटिव बैंक में 55 लाख रुपए से ज्यादा जमा कराए हैं.
यौन कर्मियों का कहना है कि यदि वे पुराने नोटों को लेने से मना करती हैं तो उन्हें खाने की भी दिक्कत हो सकती है. इसलिए पुराने नोट लेना उनकी मजबूरी भी है. करीब यही हाल दिल्ली के जीबी रोड की भी है.

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