आम आदमी पार्टी की धमाकेदार जीत के बाद दिल्ली में कानून मंत्री जीतेंद्र तोमर के बे दिन आ गए हैं. पहले डिग्री फर्जी निकली, फिर मंत्रीपद गया और अब पुलिस के साथ लोकल ट्रेन में जांच के लिए दिल्ली से फैजाबाद का सफ़र करना पड़ रहा है. तोमर और आम आदमी पार्टी ने इस सब के लिए बीजेपी और पीएम मोदी को जिम्मेदार ठहरा तो दिया है लेकिन पूर्व मंत्री तोमर का राजनीतिक भविष्य फिलहाल तो अधर में लटका हुआ है.
नई दिल्ली. आम आदमी पार्टी की धमाकेदार जीत के बाद दिल्ली में कानून मंत्री जीतेंद्र तोमर के बे दिन आ गए हैं. पहले डिग्री फर्जी निकली, फिर मंत्रीपद गया और अब पुलिस के साथ लोकल ट्रेन में जांच के लिए दिल्ली से फैजाबाद का सफ़र करना पड़ रहा है. तोमर और आम आदमी पार्टी ने इस सब के लिए बीजेपी और पीएम मोदी को जिम्मेदार ठहरा तो दिया है लेकिन पूर्व मंत्री तोमर का राजनीतिक भविष्य फिलहाल तो अधर में लटका हुआ है.
फर्जी डिग्री मामले में गिरफ्तार दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर को लेकर दिल्ली पुलिस बुधवार सुबह लखनऊ पहुंची. दिल्ली पुलिस ने इतनी गोपनीयता बनाए रखी कि मामले की जानकारी जीरआपी और आरपीएफ तक को नहीं दी गई. हालांकि इसकी भनक आप कार्यकर्ताओं को लग गई. सुबह 7:30 बजे जब दिल्ली-लखनऊ एसी स्पेशल ट्रेन चारबाग रेलवे स्टेशन पहुंची, तो आप कार्यकर्ता वहां पहले से डटे थे.
आप नेताओं का कहना है कि उन लोगों ने हंगामा नहीं किया. दिल्ली पुलिस ने मंत्री के साथ अपराधियों जैसा सलूक किया. विरोध के बीच दिल्ली पुलिस जितेंद्र सिंह तोमर को फरक्का एक्सप्रेस के महिला कोच में बैठा कर फैजाबाद चली गई. फैजाबाद की अवध यूनिवर्सिटी में उनकी डिग्रियों और दस्तावेजों की जांच-पड़ताल की जाएगी. तोमर को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया था. कोर्ट ने उन्हें चार दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया था.
IANS से भी इनपुट