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10वीं के छात्र का गज़ब आविष्कार कबाड़ से बनाया ATM, निकलते हैं सिक्के

नई दिल्ली : कई बार बड़े-बड़े इंजीनियर ऐसा काम नहीं कर पाते हैं जो छात्रों की बुद्धि कर दिखाती है. ऐसा ही एक कारनामा राजस्थान से सामने आ रहा है. जहां के एक 10वी कक्षा के छात्र ने घर के पीछे पड़े कबाड़ से एटीएम मशीन बनाई है. इस मशीन की ख़ास बात ये है […]

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10वीं के छात्र का गज़ब आविष्कार कबाड़ से बनाया ATM, निकलते हैं सिक्के
  • September 18, 2022 4:06 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली : कई बार बड़े-बड़े इंजीनियर ऐसा काम नहीं कर पाते हैं जो छात्रों की बुद्धि कर दिखाती है. ऐसा ही एक कारनामा राजस्थान से सामने आ रहा है. जहां के एक 10वी कक्षा के छात्र ने घर के पीछे पड़े कबाड़ से एटीएम मशीन बनाई है. इस मशीन की ख़ास बात ये है कि इसमें से नोट की तरह सिक्के भी निकलते हैं.

कबाड़ से बनी है मशीन

राजस्थान के कक्षा 10 के छात्र ने घर में पड़े कबाड़ से एटीएम मशीन बनाकर सबको हैरान कर दिया। यह एटीएम मशीन हूबहू ओरिजिनल एटीएम मशीन की तरह काम करती है। इसमें ओरिजिनल एटीएम मशीन की तरह ही कार्ड डाला जाता है और फिर पिन डालने के बाद पैसे निकाले जा सकते हैं। इस मशीन की ख़ास बात यह भी है कि इसे बनाने के लिए एक भी रुपया खर्च नहीं किया गया है. बल्कि इस मशीन को घर के पीछे पड़े कबाड़ की मदद से बनाया गया है. इस मशीन को बनाने वाले छात्र का नाम भरत जोगल है जो राजस्थान के बाड़मेर से है.

अलग-अलग डिब्बों में होते हैं सिक्के

भरत जोगल का कहना है कि उसका यह बचपन का सपना था कि वह ATM मशीन बनाए. भारत इस समय 10वी कक्षा के छात्र हैं जिन्होंने पहले भी अपने स्कूल के लिए कई मशीने बनाई हैं. उनका कहना है कि इस एटीएम से 1 रुपये, 2 रुपये और 10 रुपये के सिक्के निकाले जा सकते हैं. इन सभी सिक्को के लिए अलग-अलग बॉक्स भी बने हुए हैं. पहले ATM में सिक्के डाले जाते हैं जो 1 रुपये, 2 रुपये और 10 रुपये वाले सिक्के होते हैं. इतना ही नहीं भरत के टीचर बताते हैं कि मशीन को भारत सरकार की इंस्पायर अवार्ड मानक योजना के अंतर्गत बनाया गया है.

10 दिन में बनाया ATM

इस स्कीम के अंतर्गत मशीन बनाने के लिए साल 2020 में गवर्नमेंट हायर सीनियर सेकेंडरी स्कूल के 5 बच्चों को चुना गया था. हालांकि, उस समय कोरोना काल की वजह से इस प्रतियोगिता को रोक दिया गया था. कोरोना काल के बाद जब प्रोसेस फिर से स्टार्ट हुआ है तो भरत की बनाई एटीएम मशीन को पहले स्टेट लेवल और अब नेशनल लेवल पर चुना गया है. इस मशीन को कागज, छोटी मोटर, वायर, ढक्कन, रबड़ की मदद से महज 10 दिन के भीतर बनाया गया है.

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