बेंगलुरू। कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर जारी हुए कांग्रेस के घोषणा पत्र पर विवाद बढ़ता जा रहा है। दरअसल, कांग्रेस पार्टी ने वादा किया है कि वो सत्ता में आते ही बजरंग दल और पीएफआई जैसे संगठनों पर प्रतिबंध लगा देगी। इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ से जुड़े हुए संगठन […]
बेंगलुरू। कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर जारी हुए कांग्रेस के घोषणा पत्र पर विवाद बढ़ता जा रहा है। दरअसल, कांग्रेस पार्टी ने वादा किया है कि वो सत्ता में आते ही बजरंग दल और पीएफआई जैसे संगठनों पर प्रतिबंध लगा देगी। इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ से जुड़े हुए संगठन कांग्रेस पर हमलावर हैं। इस बीच आज कर्नाटक के पूर्व उपमुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता केएस ईश्वरप्पा ने गुलबर्गा में कांग्रेस के घोषणा पत्र की प्रतियां जलाई हैं। उन्होंने कांग्रेस पार्टी द्वारा बजरंग दल और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया की तुलना को गलत बताया है।
बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक नीरज दौनेरिया ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी ऐसे वादे कर मुस्लिम वोटों का हासिल करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने बजरंग दल पर बैन लगाने के चुनावी वादे को शर्मनाक बताया। दौनेरिया ने कहा कि कांग्रेस पार्टी समाज के विकास के लिए काम करने वाले एक दल की तुलना आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने वाले समूह से कर रही है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने हमेशा समाज को बांटने का काम किया है।
विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता विजय शंकर तिवारी ने कहा कि है कि बजरंग दल एक ऐसा संगठन है, जो हमेशा राष्ट्रवाद की लौ जलाकर रखता है, लाखों महिलाओं की लाज बचाता है। उन्होंने कहा कि बजरंग दल गौ माता को वध से बचाता है और देश में लाखों लोगों की जान बचाने के लिए रक्तदान करता है। विहिप प्रवक्ता ने आगे कहा कि बजरंग दल देश का गौरव है और कांग्रेस पार्टी इसकी तुलना प्रतिबंधित आतंकी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से कर रही है।
इससे पहले मंगलवार को कांग्रेस पार्टी ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बेंगलुरू स्थित पार्टी कार्यालय से कांग्रेस का मेनिफेस्टो जारी किया। कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में कई लोकलुभावन वादे किए हैं, जिसमें फ्री बिजली और महिलाओं के लिए फ्री बस सेवा शामिल है। इसके साथ ही कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में बड़ा ऐलान भी किया है। पार्टी ने कहा है कि अगर राज्य में उसकी सरकार बनती है तो बजरंग दल और पीएफआई जैसे संगठन जो कानून और संविधान के उल्लंघन करते हैं, उनके ऊपर बैन लगाया जाएगा।
कर्नाटक चुनाव: घोषणा पत्र में कांग्रेस का बड़ा ऐलान- बजरंग दल, PFI जैसे संगठन करेंगे बैन