बेंगलुरू। कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर नेताओं का तूफानी प्रचार जारी है। सत्ताधारी पार्टी बीजेपी, मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस और जनता दल (सेक्युलर) के नेता अपने प्रत्याशियों को जिताने के लिए पूरी ताकत लगा रहे हैं। इस बीच बेलगावी हवाई अड्डे पर दिलचस्प घटना हुई। चुनाव प्रचार के लिए निकले मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और कांग्रेस […]
बेंगलुरू। कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर नेताओं का तूफानी प्रचार जारी है। सत्ताधारी पार्टी बीजेपी, मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस और जनता दल (सेक्युलर) के नेता अपने प्रत्याशियों को जिताने के लिए पूरी ताकत लगा रहे हैं। इस बीच बेलगावी हवाई अड्डे पर दिलचस्प घटना हुई। चुनाव प्रचार के लिए निकले मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और कांग्रेस नेता सिद्धारमैया एयरपोर्ट पर आमने-सामने आ गए। इस दौरान दोनों ने गर्मजोशी से हाथ मिलाया और आगे बढ़ गए।
#WATCH| Karnataka LoP & Congress leader Siddaramaiah meets CM Basavaraj Bommai at Belagavi airport pic.twitter.com/rCTFScdYPB
— ANI (@ANI) April 26, 2023
कन्नड़ अभिनेता किच्चा सुदीप ने आज चित्रदुर्ग में मोलाकलमुरु विधानसभा क्षेत्र में रोड शो किया। सुदीप ने इस सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार एस थिप्पेस्वामी के लिए प्रचार किया। इससे पहले कन्नड़ अभिनेता ने मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के साथ शिगगांव में रोड शो किया, जब सीएम अपना नामांकन दाखिल करने जा रहे थे। उस दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी सीएम बोम्मई और सुदीप के साथ मौजूद थे।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी कर्नाटक में ताबड़तोड़ चुनाव प्रचार कर रहे हैं। आज उन्होंने मांड्या जिले में रोड शो किया और एक जनसभा को संबोधित किया। सीएम योगी ने अपने संबोधन में कांग्रेस पार्टी के ऊपर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि एक तरफ डबल इंजन की हमारी सरकार पीएफआई को बैन करती है, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी तुष्टिकरण करने का काम करती है। वो धर्म के आधार पर आरक्षण देती है। यूपी के मुख्यमंत्री ने कहा कि धर्म के आधार पर आरक्षण देना भारत के संविधान के खिलाफ है और ये मंजूर नहीं है।
गौरतलब है कि, कर्नाटक में 10 मई को विधानसभा चुनाव होगा। राज्य की सभी 224 विधानसभा सीटों पर एक ही दिन वोट डाले जाएंगे। इसके बाद 13 मई को चुनाव के नतीजे आएंगे। 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने सबसे ज्यादा 104 सीटें जीती थी। वहीं कांग्रेस के खाते में 80 सीटें आई थी। जेडीएस ने 37 सीटों पर जीत दर्ज की थी। चुनाव परिणाम के बाद कांग्रेस और जेडीएस ने मिलकर सरकार बनाई थी, लेकिन 13 महीने में ही कुछ विधायकों के बागी होने के बाद सरकार गिर गई। जिसके बाद बागियों की मदद से बीजेपी ने राज्य में अपनी सरकार बनाई।