बेंगलुरू। कर्नाटक में विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियां अपने उम्मीदवार घोषित कर रही हैं। इस बीच राज्य की शिमोगा विधानसभा सीट पर रोचक मुकाबला देखने को मिल रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय एस बंगारप्पा के दो बेटे अपने पिता की राजनीतिक विरासत हासिल करने के आमने-सामने आ गए हैं। बंगारप्पा के एक बेटे भाजपा […]
बेंगलुरू। कर्नाटक में विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियां अपने उम्मीदवार घोषित कर रही हैं। इस बीच राज्य की शिमोगा विधानसभा सीट पर रोचक मुकाबला देखने को मिल रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय एस बंगारप्पा के दो बेटे अपने पिता की राजनीतिक विरासत हासिल करने के आमने-सामने आ गए हैं। बंगारप्पा के एक बेटे भाजपा से तो दूसरे बेटे कांग्रेस से टिकट लेकर चुनावी मैदान में हैं।
बता दें कि शिमोगा जिले को बंगारप्पा परिवार का गढ़ माना जाता है। यहां की सोरब विधानसभा क्षेत्र से एस बंगरप्पा 1967 से 1994 तक विधायक चुने गए थे। लोकसभा चुनाव जीतने के बाद उन्होंने विधायकी से इस्तीफा दे दिया था। अभी वर्तमान में इस सीट से उनके बड़े बेटे कुमार बंगारप्पा विधायक है। बीजेपी ने कुमार को इस बार भी अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं, दूसरी ओर एस बंगारप्पा के छोटे बेटे मधु बंगारप्पा कांग्रेस के टिकट से इस सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं। एक ही सीट पर दोनों भाइयों के बीच मुकाबला राज्य के सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है।
सोरब विधानसभा सीट पर 2018 के चुनाव में भी दोनों भाईयों के बीच सियासी मुकाबला हुआ था। जिसमें कुमार ने मधु को 3,286 वोटों के करीबी अंतर से मात दी थी। कुमार 2018 विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे। वहीं, मधु ने जनता दल (सेक्युलर) के टिकट पर चुनाव लड़ा था। चुनाव में मिली हार के बाद मधु ने 2021 में कांग्रेस का हाथ थाम लिया था। गौरतलब है कि दोनों भाइयों के बीच की सियासी लड़ाई अक्सर पारिवारिक झगड़े के रूप में सामने आती है। दोनों पक्ष हमेशा एक-दूसरे के खिलाफ आरोप लगाते रहते हैं।
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