बेंगलुरु। कर्नाटक में विधानसभा चुनाव की मतगणना से पहले राज्य में सियासी हलचल तेज है। सत्ता की प्रमुख दावेदार दोनों पार्टियों बीजेपी और कांग्रेस में बैठकों का दौर जारी है। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता बीएस येदियुरप्पा के घर पर बीजेपी के बड़े नेताओं का जमावड़ा लगा। बताया जा रहा है कि कल […]
बेंगलुरु। कर्नाटक में विधानसभा चुनाव की मतगणना से पहले राज्य में सियासी हलचल तेज है। सत्ता की प्रमुख दावेदार दोनों पार्टियों बीजेपी और कांग्रेस में बैठकों का दौर जारी है। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता बीएस येदियुरप्पा के घर पर बीजेपी के बड़े नेताओं का जमावड़ा लगा।
बताया जा रहा है कि कल यानी 13 मई को आने वाले नतीजों को लेकर बीजेपी नेता बैठक कर रहे हैं। इस मीटिंग में मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई भी मौजूद हैं।
Karnataka CM Basavaraj Bommai and other BJP leaders hold a key meeting at former CM BS Yediyurappa's residence in Bengaluru. pic.twitter.com/jXMEkJqXwU
— ANI (@ANI) May 12, 2023
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने आज मीडिया से बात करते हुए कहा कि त्रिशंकु विधानसभा की कोई संभावना नहीं है, हम आराम से सरकार बनाने जा रहे हैं। उन्हें (डीके शिवकुमार) कल तक अपनी 141 सीटों से खुश होने दें। मुख्यमंत्री के सवाल पर बोम्मई ने कहा कि सीएम का चेहरा तय करने के लिए विधायक दल की बैठक होगी। इससे पहले कल मुख्यमंत्री बोम्मई ने कहा था कि उत्तर प्रदेश में एग्ज़िट पोल ने दिखाया था कि योगी जी वापस नहीं आएंगे लेकिन वे फिर से सरकार में आए। कर्नाटक में भी पिछली बार एग्जिट पोल में भाजपा को 80 और कांग्रेस पार्टी को 107 सीटें दी गई थीं, लेकिन नतीजे इसके उल्टे आए थे।
बता दें कि विभिन्न न्यूज चैनलों के एग्जिट पोल की मानें तो राज्य में इस बार कांग्रेस की सरकार बनती दिखाई दे रही है। दरअसल अधिकांश एग्जिट पोल्स के अनुसार कांग्रेस ही इस साल कर्नाटक चुनाव में अधिक सीटें हासिल करेगी। इंडिया टुडे से लेकर एशियानेट और टीवी भारतवर्ष ने भी कांग्रेस की झोली में ही मेजोरिटी और सीट्स डाली हैं। इस बात से ये तो साफ़ है कि राज्य में इस साल कांग्रेस ज्यादा सीटें हासिल करने जा रही हैं। लेकिन दूसरी ओर कई पोल्स कर्नाटक विधानसभा चुनाव में किसी पार्टी को पूर्ण बहुमत देते हुए नहीं दिख रहे हैं।
गौरतलब है कि एग्जिट पोल ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या राज्य में त्रिशंकु विधानसभा बनेगी? क्योंकि पोल ऑफ़ द पोल्स बताते हैं कि राज्य में कांग्रेस को अधिकांश सीटों पर जीत हासिल होगी लेकिन भाजपा, कांग्रेस और JDS में से किसी भी पार्टी को क्लियर कट बहुमत नहीं मिलेगा। गौरतलब है कि पिछले चुनावी साल यानी 2018 में भी किसी पार्टी को पूर्ण रूप से बहुमत नहीं मिला था। पिछले विधानसभा चुनाव में भी गठबंधन (कांग्रेस+जेडीएस) की सरकार ने राज्य की सत्ता संभाली थी। हालांकि बाद में लोकसभा चुनाव का असर हुआ और बागी विधायकों की बदौलत भाजपा को बहुमत मिल गया, लेकिन 2018 के चुनाव नतीजों में भी त्रिशंकु विधानसभा रही थी।