बेंगलुरू। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज कर्नाटक के बागलकोट में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर जमकर हमला बोला। शाह ने कांग्रेस पार्टी को प्रतिबंधित संगठन पीएफआई का पक्ष लेने वाली बताया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ये विधानसभा चुनाव कर्नाटक को मोदी जी के हाथ […]
बेंगलुरू। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज कर्नाटक के बागलकोट में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर जमकर हमला बोला। शाह ने कांग्रेस पार्टी को प्रतिबंधित संगठन पीएफआई का पक्ष लेने वाली बताया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ये विधानसभा चुनाव कर्नाटक को मोदी जी के हाथ में देने का चुनाव है। ये चुनाव राजनीतिक स्थिरता और नए कर्नाटक का चुनाव है।
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि कर्नाटक में धर्म के आधार पर 4 प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा था। हमारी सरकार ने वोट बैंक के लालच में पड़े बिना इस मुस्लिम आरक्षण को खत्म कर दिया। हम मानते हैं कि कहीं पर भी धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होना चाहिए। राज्य से मुस्लिम आरक्षण को समाप्त करने के बाद हमने एससी, एसटी, वोकलिंगा और लिंगायत सभी के आरक्षण को बढ़ाने का काम किया है।
अमित शाह ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले 9 सालों में कर्नाटक को केंद्र से काफी पैसा भेजा है। अगर गलती से भी राज्य में कांग्रेस पार्टी की सरकार आ गई तो अभी तक सारा पैसा भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण और परिवारवाद की भेंट चढ़ जाएगा। कर्नाटक एक बार फिर से दंगे से ग्रस्त हो जाएगा। शाह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी बीजेपी से आए नेताओं के आधार पर चुनाव लड़ती है, ये यही बताता है कि आपकी पार्टी में अब दिवालियापन आ गया है।
गौरतलब है कि, कर्नाटक में 10 मई को विधानसभा चुनाव होगा। राज्य की सभी 224 विधानसभा सीटों पर एक ही दिन वोट डाले जाएंगे। इसके बाद 13 मई को चुनाव के नतीजे आएंगे। 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने सबसे ज्यादा 104 सीटें जीती थी। वहीं कांग्रेस के खाते में 80 सीटे आई थी। जेडीएस ने 37 सीटों पर जीत दर्ज की थी। चुनाव परिणाम के बाद कांग्रेस और जेडीएस ने मिलकर सरकार बनाई थी, लेकिन 13 महीने में ही कुछ विधायकों के बागी होने के बाद सरकार गिर गई। जिसके बाद बागियों की मदद से बीजेपी ने राज्य में अपनी सरकार बनाई।