बेंगलुरू : बीजेपी, कांग्रेस और जेडीएस ने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है. विधानसभा चुनाव होने में एक महीने से कम वक्त बचा है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कहा कि बीजेपी के कई नेताओं के उनके पास फोन आ रहा है और कह रहे है कि हमको कांग्रेस में शामिल होना है. […]
बेंगलुरू : बीजेपी, कांग्रेस और जेडीएस ने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है. विधानसभा चुनाव होने में एक महीने से कम वक्त बचा है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कहा कि बीजेपी के कई नेताओं के उनके पास फोन आ रहा है और कह रहे है कि हमको कांग्रेस में शामिल होना है. उन्होंने कहा कि इसका मतलब है कांग्रेस की सरकार कर्नाटक में बनने जा रही है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि कांग्रेस 140 से अधिक सीटों पर जीत दर्ज करेगी. उन्होंने आगे कहा कि कर्नाटक में डबल इंजन सरकार की जरूरत नहीं है बल्कि कर्नाटक की जनता प्रदेश में कांग्रेस की सरकार चाहती है.
अगर सूबे में जातीय समीकरण की बात करें तो कर्नाटक कई जातियों और उप जातियों के साथ बहुत ही जटिल सामाजिक समीकरण वाले राज्यों में से एक है. यहां पर कांग्रेस पार्टी को कई जातियांऔर उपजातियां समर्थन कर रही हैं, इनमें मुस्लिम, दक्षिणपंथी, अनुसूचित जातियां-जनजातियां और ओबीसी की कुरुबा शामिल है. अगर बाकी के जातियों की बात करें तो ये लगभग बीजेपी का साथ दे सकती हैं. बोवी, लिंगायत, ब्राह्मण, वैश्य, बंट, रेड्डी, बलेजा, लंबानी, वाल्मीकि, मधिगा और कई अन्य ओबीसी जातियों का वोट बीजेपी के पक्ष में जा सकता है. इस तरह का जातीय समीकरण ही बीजेपी को अन्य विपक्षी पार्टियों पर बढ़त दिखाता है.
बता दें कि कर्नाटक का तटीय इलाका बीजेपी का गढ़ माना जाता है. दरअसल इस इलाके में बीजेपी की पकड़ काफी मजबूत रही है. कई प्रयासो के बावजूद कांग्रेस यहां पर सेंध नहीं लगा पाई है. लेकिन अगर 2013 की विधानसभा चुनाव की बात करें तो इसमें येदियुरप्पा के अलग होने पर कांग्रेस पार्टी ने बहुत अच्छा प्रदर्शन की थी. इस चुनाव में कांग्रेस ने 14, बीजेपी ने 4 और एक सीट अन्य के खाते में गई थी.
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