बेंगलुरु : विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार समाप्त हो गया है. कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में कहा था कि सत्ता में आने के बाद बजरंग दल और पीएफआई पर बैन लगा दिया जाएगा. उसके बाद से विधानसभा चुनाव में बजरंग बली का मुद्दा गरमा गया है. बीजेपी ने इस मुद्दे पर कांग्रेस को जमकर घेरा. […]
बेंगलुरु : विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार समाप्त हो गया है. कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में कहा था कि सत्ता में आने के बाद बजरंग दल और पीएफआई पर बैन लगा दिया जाएगा. उसके बाद से विधानसभा चुनाव में बजरंग बली का मुद्दा गरमा गया है. बीजेपी ने इस मुद्दे पर कांग्रेस को जमकर घेरा. बीजेपी ने कहा कांग्रेस ने पहले प्रभु श्रीराम को ताले में बंद किया था अब भगवान हनुमान जी को ताले में बंद रखना चाहती है.
प्रचार खत्म होने के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने बजरंग बली के दर्शन किए और अपने ट्वविटर हैंडल से तस्वीरें भी शेयर की. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बजरंग बली के मुद्दे पर बीजेपी ने कांग्रेस को जमकर घेरा. उसके बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा था कि पूरे प्रदेश के हर जिले में हनुमान जी का मंदिर बनाया जाएगा.
विधानसभा में चुनाव प्रचार की शुरुआत बेरोजगारी और भ्रष्टाचार से हुई थी लेकिन समाप्त होने तक बजरंग बली पर पहुंच गया. भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता पूरे प्रदेश में हनुमान चालीसा का पाठ किया था.
गौरतलब है कि, कर्नाटक में 10 मई को विधानसभा चुनाव होगा. राज्य की सभी 224 विधानसभा सीटों पर एक ही दिन वोट डाले जाएंगे. इसके बाद 13 मई को चुनाव के नतीजे आएंगे. 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने सबसे ज्यादा 104 सीटें जीती थी. वहीं कांग्रेस के खाते में 80 सीटे आई थी. जेडीएस ने 37 सीटों पर जीत दर्ज की थी. चुनाव परिणाम के बाद कांग्रेस और जेडीएस ने मिलकर सरकार बनाई थी, लेकिन 13 महीने में ही कुछ विधायकों के बागी होने के बाद सरकार गिर गई. जिसके बाद बागियों की मदद से बीजेपी ने राज्य में अपनी सरकार बनाई.