बेंगलुरू। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज कर्नाटक के चुनावी दौरे पर हैं। इस बीच उन्होंने मांड्या जिले में रोड शो किया और एक जनसभा को संबोधित किया। सीएम योगी ने अपने संबोधन में कांग्रेस पार्टी के ऊपर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि एक तरफ डबल इंजन की हमारी सरकार पीएफआई को बैन […]
बेंगलुरू। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज कर्नाटक के चुनावी दौरे पर हैं। इस बीच उन्होंने मांड्या जिले में रोड शो किया और एक जनसभा को संबोधित किया। सीएम योगी ने अपने संबोधन में कांग्रेस पार्टी के ऊपर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि एक तरफ डबल इंजन की हमारी सरकार पीएफआई को बैन करती है, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी तुष्टिकरण करने का काम करती है। वो धर्म के आधार पर आरक्षण देती है। यूपी के मुख्यमंत्री ने कहा कि धर्म के आधार पर आरक्षण देना भारत के संविधान के खिलाफ है और ये मंजूर नहीं है।
सीएम योगी ने जनसभा में कहा कि आज कांग्रेस पार्टी विकास की बात कर बड़े-बड़े दावे कर रही है लेकिन उनकी विकास की हकीकत क्या थी, पंचवर्षीय योजना। कांग्रेस सरकार में एक प्रोजेक्ट बनता था एक पंचवर्षीय योजना लग जाती थी। अगली पंचवर्षीय योजना में उसका शिलान्यास होता था, तीसरी पंचवर्षीय योजना में उसका कार्यावंटन होता था। चौथी पंचवर्षीय योजना के शुरू होते-होते वो प्रोजेक्ट दम तोड़ देता था। फिर वो प्रोजेक्ट कभी पूरा नहीं होता था।
बता दें कि इससे पहले कल यानी मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले 9 सालों में कर्नाटक को केंद्र से काफी पैसा भेजा है। अगर गलती से भी राज्य में कांग्रेस पार्टी की सरकार आ गई तो अभी तक सारा पैसा भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण और परिवारवाद की भेंट चढ़ जाएगा। कर्नाटक एक बार फिर से दंगे से ग्रस्त हो जाएगा। शाह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी बीजेपी से आए नेताओं के आधार पर चुनाव लड़ती है, ये यही बताता है कि आपकी पार्टी में अब दिवालियापन आ गया है।
गौरतलब है कि, कर्नाटक में 10 मई को विधानसभा चुनाव होगा। राज्य की सभी 224 विधानसभा सीटों पर एक ही दिन वोट डाले जाएंगे। इसके बाद 13 मई को चुनाव के नतीजे आएंगे। 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने सबसे ज्यादा 104 सीटें जीती थी। वहीं कांग्रेस के खाते में 80 सीटे आई थी। जेडीएस ने 37 सीटों पर जीत दर्ज की थी। चुनाव परिणाम के बाद कांग्रेस और जेडीएस ने मिलकर सरकार बनाई थी, लेकिन 13 महीने में ही कुछ विधायकों के बागी होने के बाद सरकार गिर गई। जिसके बाद बागियों की मदद से बीजेपी ने राज्य में अपनी सरकार बनाई।