बेंगलुरू : विधानसभा चुनाव की घोषणा होने के बाद बीजेपी के कद्दावर नेता केएस ईश्वरप्पा ने राजनीति से संन्यास का ऐलान कर दिया. उन्होंने कहा कि हमें राजनीति छोड़ने के लिए बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, महासचिव बीएल संतोष और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा था. इससे पहले केएस ईश्वरप्पा ने कहा था कि हम […]
बेंगलुरू : विधानसभा चुनाव की घोषणा होने के बाद बीजेपी के कद्दावर नेता केएस ईश्वरप्पा ने राजनीति से संन्यास का ऐलान कर दिया. उन्होंने कहा कि हमें राजनीति छोड़ने के लिए बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, महासचिव बीएल संतोष और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा था. इससे पहले केएस ईश्वरप्पा ने कहा था कि हम स्वेच्छा से राजनीति से छोड़ रहे है. ये घोषणा केएस ईश्वरप्पा ने उम्मीदवारों की घोषणा होने से पहले की थी.
बीजेपी के वरिष्ठ नेता केएस ईश्वरप्पा ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखकर कहा था कि हम राजनीति छोड़ना चाहते है. उन्होंने आगे पत्र में लिखा कि हमको किसी भी निर्वाचन क्षेत्र से टिकट न दिया जाए. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ईश्वरप्पा ने अपने बेटे के लिए टिकट मांगा था लेकिन पार्टी ने उनकी बात को दरकिनार कर दिया. ईश्वरप्पा शिवमोग्गा सीट से 5 बार के विधायक थे यहीं से उन्होंने बेटे के लिए टिकट मांगा था. सीएम बसवराज बोम्मई ने कहा है कि हम 150 से अधिक सीटों पर जीत दर्ज करेंगे.
10 मई को वोटिंग, 13 को नतीजे
गौरतलब है कि, कर्नाटक में 10 मई को विधानसभा चुनाव होगा। राज्य की सभी 224 विधानसभा सीटों पर एक ही दिन वोट डाले जाएंगे. इसके बाद 13 मई को चुनाव के नतीजे आएंगे. 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने सबसे ज्यादा 104 सीटें जीती थी. वहीं कांग्रेस के खाते में 80 सीटे आई थी. जेडीएस ने 37 सीटों पर जीत दर्ज की थी. चुनाव परिणाम के बाद कांग्रेस और जेडीएस ने मिलकर सरकार बनाई थी, लेकिन 13 महीने में ही कुछ विधायकों के बागी होने के बाद सरकार गिर गई. जिसके बाद बागियों की मदद से बीजेपी ने राज्य में अपनी सरकार बनाई.