बेंगलुरु। कर्नाटक में बीजेपी की हार के बाद बसवराज बोम्मई ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था. अब इन्होंने आज आरएसएस के पदाधिकारियों के साथ बैठक की है. इस बैठक में कर्नाटक में पार्टी को संगठित करने पर चर्चा की गई. हार के बाद पार्टी को संगठित करने पर चर्चा 224 विधानसभा सीटों वाली […]
बेंगलुरु। कर्नाटक में बीजेपी की हार के बाद बसवराज बोम्मई ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था. अब इन्होंने आज आरएसएस के पदाधिकारियों के साथ बैठक की है. इस बैठक में कर्नाटक में पार्टी को संगठित करने पर चर्चा की गई.
224 विधानसभा सीटों वाली कर्नाटक में बीजेपी को करारी हार का सामना करना पड़ा है. पार्टी को इस दक्षिण भारतीय राज्य में सीर्फ 66 सीटों पर जीत हासिल हुई है, जो पिछली बार की अपेक्षा 38 सीट कम है. इस बड़ी हार के बाद पार्टी के सामने कर्नाटक में बीजेपी को संगठित करने की चुनौती है, जिसको लेकर पूर्व सीएम बसवराज बोम्मई ने आरएसएस के पदाधिकारियों से मुलाकात की है.
बसवराज बोम्मई ने कहा है कि, ‘ हमने पूरे चुनाव परिणामों पर चर्चा की है. हमने इस बात पर भी चर्चा की कि आने वाले दिनों में आरएसएस के मार्गदर्शन में पार्टी को कैसे संगठित किया जाए. इसको लेकर हमारे बीजेपी अध्यक्ष नलिन कुमार कतील भी पार्टी के शीर्ष नेताओं से चर्चा करेंगे.’
दक्षिण भारतीय राज्य कर्नाटक में बीजेपी की हार ने विपक्षी दलों को एकजुट होने का मौका दे दिया है. दरअसल कर्नाटक में सत्ताधारी पार्टी भारतीय जनता पार्टी को 224 विधानसभा सीट में से सिर्फ 66 सीट पर ही जीत हासिल हुई है. वहीं कांग्रेस ने 135 सीट जीत कर प्रचंड बहुमत से सत्ता में वापसी की है.
कर्नाटक में भाजपा की हार से विपक्ष को एकजुट होने का मौका मिला है. 13 मई को कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नीतजे सामने आए, इसके बाद कांग्रेस खेमे में सीएम बनाने के लिए कवायद शुरु हो गई है, वहीं पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में विपक्ष की भूमिका में बैठी महाविकास अघाड़ी महागठबंधन की बैठक हुई. ये महत्वपूर्ण बैठक एनसीपी प्रमुख शरद पवार के घर पर हुई. वहीं दूसरी तरफ शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे ने दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की.