नई दिल्ली. अगर आपको पौधों और जीव-जंतुओं से लगाव है तो जूलॉजी में अपना करियर बना सकते हैं. बैचलर ऑफ साइंस इन जू़लॉजी में ग्रेजुएशऩ करने के बाद नौकरी कर सकते हैं. बायोटेक्नोलॉजी, बायोइंफॉर्मेटिक्स, मेडिसिन, फार्मेसी, वेटरिनरी साइंस, बायोकेमिस्ट्री, माइक्रोबायोलॉजी, इन्वारॅनमेंटल साइंस, फॉरेस्ट्री, मरीन स्टडीज, ह्यूमन जेनेटिक्स, वाइल्ड लाइफ साइंस, सेरिकल्चर टेक्नोलॉजी, फायटोमेडिकल साइंस एंड टेक्नोलॉजी, इंडस्ट्रियल फिशरीज, मरीन बायोलॉजी, ओशनोग्राफी, एनाटॉमी, एनिमल बायोटेक्नोलॉजी, कोस्टल एक्वाकल्चर में से कोई एक विकल्प चुनकर बेहतर कॅरिअर की राह पकड़ सकते हैं.
जू कीपिंग
जीव-जंतुओं से लगाव रखने वाले छात्रों के लिए जू कीपिंग एक बेदतर ऑप्शन हो सकता है. इनका काम जू और एक्वेरियम का रख-रखाव और जानवरों की सही तरीके देखभाल करना होता है.
एनिमल हसबैंड्री
भारत में एनिमल हसबैंड्री से जुड़े सभी क्षेत्रों में रोजगार के काफी अवसर हैं. इनमें मछलीपालन, पोल्ट्री, रेशम उत्पादन औप कृषि पशुओं के रख-रखाव से जुड़े काम को करना होता है.
एजुटेनमेंट
इसमें लोगों को जीव-जंतुओं के प्रति संवेदनशील बनाने के लिए मीडिया का प्रयोग किया जाता है. डिसक्वरी और नेशनल ज्योग्राफ्क जैसे चैनलों के लिए डॉक्यूमेंट्री प्रॉडक्शन, कंटेंट रिसर्च, स्क्रिप्ट राइटिंग, फिल्म मेकिंग, एक्सपर्ट सपोर्ट जैसे काम कर सकते हैं.
वाइल्डलाइफ एजुकेटर/गाइड
वाइल्डलाइफ एजुकेटर वन में आने वाले पर्यटकों को जानवरों के विषय में जानकारी देने का काम करते हैं.
रिसर्च
देश और दुनिया की तमाम बड़ी यूनिवर्सिटिज और संस्थान जूलॉजी के क्षेत्र में रिसर्च को अधिक महत्व दे रहे हैं. पर्यावरण संरक्षण से जुड़े वैश्विक संगठनों में भी जूलॉजी के रिसर्च की अधिक मांग है. साथ ही कॉस्मेटिक्स, फार्मेसी और एनिमल प्रॉडक्ट्स से जुड़ी कंपनियों में रिसर्च फेलो के तौर पर अच्छी नौकरी कर सकते हैं.
मेडिकल
जेनेटिक्स, बायोटेक्नोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी जैसी स्ट्रीम से जुड़े छात्र मेडिकल फॉरेंसिक विभाग, टेस्टिंग लैब और रिसर्च जैसे फील्ड में अपना करियर बना सकते हैं. इसके अलावा आप मानव और पशुओं के लिए दवा निर्माण करने वाली कंपनी के साथ जुड़ सकते हैं.
सरकारी सेवा
जूलॉजी में ग्रेजुएशन के साथ फॉरेस्ट सर्विसेज एग्जाम दे सकते हैं. इसके अलावा पीजी या एम.फिल के साथ जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया, वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट, देहरादून या द इंडियन काउंसिल फॉर फॉरेस्ट्री रिसर्च एंड एजुकेशन में वैज्ञानिक पद पर काम कर सकते हैं.
डिसक्लेमर- ये लेख एक्सपर्ट की सलाह नहीं है. बस एक कोशिश है ये बताने की क्या विकल्प हैं. स्टुडेंट् अपने सबसे मजबूत पक्ष को खुद जानते हैं. इसलिए करियर या विषय चुनने में उस सबजेक्ट में रुचि और ताकत को ध्यान में रखकर स्वयं फैसला करें.