Advertisement

MBBS के लिए बांग्लादेश भारतीयों की पहली पसंद क्यों ?

नई दिल्ली: बांग्लादेश में इस समय काफी राजनीतिक उठा-पटक मचा हुआ है। इस माहौल में वहां कई भारतीयों के फंसे होने की खबरें आ रही हैं, जिनमें से बड़ी संख्या में मेडिकल के छात्र हैं। यहां से छात्र एमबीबीएस करने के लिए बांग्लादेश क्यों जाते हैं? पड़ोसी देश में ऐसा क्या है जो भारतीय मेडिकल […]

Advertisement
MBBS के लिए बांग्लादेश भारतीयों की पहली पसंद क्यों ?
  • August 8, 2024 4:37 pm Asia/KolkataIST, Updated 4 months ago

नई दिल्ली: बांग्लादेश में इस समय काफी राजनीतिक उठा-पटक मचा हुआ है। इस माहौल में वहां कई भारतीयों के फंसे होने की खबरें आ रही हैं, जिनमें से बड़ी संख्या में मेडिकल के छात्र हैं। यहां से छात्र एमबीबीएस करने के लिए बांग्लादेश क्यों जाते हैं? पड़ोसी देश में ऐसा क्या है जो भारतीय मेडिकल छात्रों को अपनी ओर आकर्षित करता है, जबकि हमारा देश हर मामले में सक्षम है? आइए जानें।

विदेशी मेडिकल व्यवस्था

पहली वजह यह है कि बांग्लादेश का शैक्षणिक ढांचा भारत या किसी भी अन्य देश के लिए काफी अच्छा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यहां के मेडिकल कॉलेजों में करीब 25 फीसदी सीटें विदेशी छात्रों के लिए आरक्षित हैं। इससे बाहर से आने वाले छात्रों को यहां पढ़ाई करने के लिए अच्छा माहौल और जगह मिलती है।

कम फीस में पढ़ाई

देश में मेडिकल सीटों और कुल उम्मीदवारों की संख्या को देखते हुए कई छात्रों को यहां दाखिला नहीं मिल पाता है। खासकर उन छात्रों के लिए जिन्हें सरकारी संस्थानों में दाखिला नहीं मिल पाता है, कई बार निजी संस्थानों की फीस चुकाना मुश्किल हो जाता है। यहां के सरकारी कॉलेजों में ट्यूशन फीस 10 हजार से 1.7 लाख रुपये सालाना के बीच है।

अगर प्राइवेट संस्थानों की बात करें तो यह 10 से 28 लाख रुपये सालाना के बीच हो सकती है। ऐसे में उम्मीदवारों को बांग्लादेश जाना सस्ता लगता है। बांग्लादेश में मेडिकल की पढ़ाई पूरी करने का कुल खर्च करीब 25 लाख रुपये आता है। ऐसे में भारतीय छात्रों को बांग्लादेश जाना सस्ता और बेहतर विकल्प होता है।

मान्यता प्राप्त हैं संस्थान

बांग्लादेश के मेडिकल संस्थानों से न सिर्फ कम खर्च में एमबीबीएस किया जा सकता है, बल्कि यहां के संस्थान डब्ल्यूएचओ और एमसीआई से भी मान्यता प्राप्त हैं। इस वजह से डिग्री की वैधता पर कोई सवाल नहीं उठता और उम्मीदवार बिना किसी चिंता के आराम से यहां से पढ़ाई कर सकते हैं।

महंगी मेडिकल कॉलेज की फीस

देश में सरकारी मेडिकल कॉलेज की एक सीट के लिए करीब 42 छात्रों के बीच प्रतिस्पर्धा होती है। प्राइवेट कॉलेजों में यह प्रतिस्पर्धा थोड़ी कम होती है, लेकिन फिर यहां की फीस चुकाना हर किसी के बस की बात नहीं होती। इन दो जगहों पर सीट न मिलने या कई जगहों का खर्च वहन न कर पाने के बाद उम्मीदवार दूसरे देशों का रुख करते हैं। इनमें बांग्लादेश, रूस, किर्गिस्तान और फिलीपींस शामिल हैं।

भारत और बांग्लादेश संस्कृति समान

इन कारणों के अलावा, भारतीय संस्कृति बांग्लादेश जैसी ही है, दूरी कम है, यात्रा लागत कम है, ये भी कुछ ऐसे कारण हैं जिनकी वजह से भारत के मेडिकल छात्र बांग्लादेश का रुख करते हैं।

 

ये भी पढ़े: रेलवे भर्ती बोर्ड ने निकाली 1376 पदों पर बंपर भर्ती, 17 अगस्त से करें अप्लाई

राजस्थान लोक सेवा आयोग ने निकाली 1014 पदों पर भर्ती, ऐसे करें अप्लाई

 

 

Advertisement