UPSC Latest Syllabus for Geo Scientist: यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन UPSC ने कंबाइन्ड जियो साइंटिस्ट और जियोलॉजिस्ट परीक्षा का नाम बदलने का फैसला किया है. आयोग ने परीक्षा के पैटर्न और सिलेबस में भी बदलाव किए हैं. परीक्षा के संबंध में नोटिफिकेशन 25 सितंबर, 2019 को जारी किया जा सकता है, जबकि यह परीक्षा अगले साल 19 जनवरी को आयोजित होने वाली है.
नई दिल्ली. UPSC Latest Syllabus for Geo Scientist: संघ लोक सेवा आयोग UPSC परीक्षाओं की तैयारी करने वाले उम्मीदवारों के लिए बड़ी खबर है. यूपीएससी ने सरकार के खान मंत्रालय, नोडल मंत्रालय से सलाह लेने के बाद कंबाइन्ड जियो साइंटिस्ट और जियोलॉजिस्ट परीक्षा के पैटर्न और पाठ्यक्रम में संशोधन करने का फैसला लिया है. साथ ही संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने एक अधिसूचना में कहा कि कंबाइन्ड जियो साइंटिस्ट और जियोलॉजिस्ट एग्जाम को अब जियो-साइंटिस्ट एग्जाम से जाना जाएगा. परीक्षा के संबंध में नोटिफिकेशन 25 सितंबर, 2019 को जारी किया जा सकता है, जबकि यह परीक्षा अगले साल 19 जनवरी को आयोजित होने वाली है.
यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन UPSC ने कंबाइन्ड जियो साइंटिस्ट और जियोलॉजिस्ट एग्जाम को अब कंबाइन्ड जियो-साइंटिस्ट एग्जाम कर दिया है. जो उम्मीदवार इस परीक्षा की तैयारी कर रहें, वे ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर जारी किए गए नोटिफिकेशन को चेक कर सकते हैं. फिलहाल यूपीएसी की ओर से किए बदलाव को उम्मीदवार नीचे लिखे प्वाइंट्स को पढ़कर समझ सकते हैं.
(i) इस परीक्षा के नाम को कंबाइन्ड जियो साइंटिस्ट और जियोलॉजिस्ट एग्जाम के स्थान पर कंबाइन्ड जियो-साइंटिस्ट एग्जाम में बदल दिया गया है.
(ii) परीक्षा तीन स्तरीय स्टेज में होगी. इसमें प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और पर्सनैलिसटी इंटरव्यू होगा.
(iii) प्रारंभिक परीक्षा मुख्य परीक्षा में उम्मीदवारों की स्क्रीनिंग के लिए आयोजि की जाएगी.
(iv) प्रारंभिक परीक्षा ऑबजेक्टिव टाइप होगी और दो पेपर शामिल होंगे. इस परीक्षा में मिले अंकों को अंतिम मेरिट तय करने के लिए गिना जाएगा.
(v) प्रारंभिक परीक्षा कंप्यूटर आधारित परीक्षा होगी.
(vi) मुख्य परीक्षा में प्रत्येक स्ट्रीम के लिए तीन पेपर होंगे और सभी पेपर डिस्क्रिप्टिव टाइप के होंगे. इस परीक्षा में मिले अंकों को अंतिम मेरिट तय करने के लिए गिना जाएगा.
(vii) मौजूदा सामान्य अंग्रेजी पेपर को अब बंद कर दिया गया है.
(viii) अभ्यर्थियों को पर्याप्त तैयारी का समय देने के लिए परीक्षा की संशोधित योजना, पैटर्न और पाठ्यक्रम को 2020 परीक्षा से प्रभावी बनाया जाएगा.