UPSC IAS Interview 2019 Tips: यूपीपीएससी सिविल सर्विस मेंस एग्जाम 2019 का रिजल्ट अगले महीने जारी हो सकता है. यूपीएससी सिविल सर्विस मेंस एग्जाम का रिजल्ट जारी होने के बाद अगला चरण इंटरव्यू का होगा. एक उम्मीदवार का यूपीपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा का इंटरव्यू कम से कम 30 मिनट होता है. हालांकि 30 मिनट कोई तय समय नहीं है यह परिस्थिति के साथ कम और ज्यादा हो सकता है. इस आर्टिकल में हम आपको ऐसे 5 तरीके बताएंगे जिन्हें अपनाकर आप आसानी से यूपीएससी इटंरव्यू क्रैक कर सकते हैं.
नई दिल्ली. UPSC IAS Interview 2019 Tips: यूपीपीएससी सिविल सर्विस मेंस एग्जाम 2019 का रिजल्ट अगले महीने जारी हो सकता है. मेंस एग्जाम का रिजल्ट जारी होने के बाद अगला चरण इंटरव्यू का होगा. यूपीपीएससी सिविल सर्विस मेंस एग्जाम 2019 क्वालीफाई करने वाले सभी उम्मीदवार इंटरव्यू की तैयारी में जोरशोर से जुट जाएंगे. बता दें कि एक उम्मीदवार का यूपीपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा का इंटरव्यू कम से कम 30 मिनट होता है. हालांकि 30 मिनट कोई तय समय नहीं है यह परिस्थिति के साथ कम और ज्यादा हो सकता है.
यूपीपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी करने वाले कई उम्मीदवारों का मानना होता है कि इंटरव्यू एक नॉलेज टेस्ट है, जबकि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. इंटरव्यू नॉलेज टेस्ट न होकर पर्सनैलिटी टेस्ट यानी व्यक्तित्व परीक्षण होता है. पर्सनैलिटी टेस्ट के दौरान इंटरव्यू पैनल यह देखता है कि एक उम्मीदवार सवाल को किस तरह से अप्रोच करता है. इस आर्टिकल में हम आपको ऐसे 5 तरीके बताएंगे जिन्हें अपनाकर आप आसानी से यूपीएससी इटंरव्यू क्रैक कर सकते हैं.
समसामायिक और आसपास की घटनाओं पर रखें नजर
यूपीपीएससी सिविल सर्विस इंटरव्यू की तैयारी कर रहे उम्मीदवार अपने आस-पास और देश-दुनिया में हो रही ऐसी घटनाएं जो सामान्य व्यक्ति के जीवन पर असर डालती हैं उन पर नजर बनाए रखें. इसके अलावा उन पर अगर जरूरी हो तो अपनी राय भी बना लें. लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि आपकी राय संतुलित होनी चाहिए. हवा हवाई न हो.
मॉक इंटरव्यू टेस्ट को आदत में करें शामिल
यूपीपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए उम्मीदवार को मॉक टेस्ट देना बेहद जरूरी होता है. मॉक टेस्ट से उम्मीदवारों को अपनी कमजोरी को जानने और उन्हें सुधारने का मौका मिलता है. इसके साथ ही लगातार मॉक टेस्ट देने पर उम्मीदवार की विषय पर पकड़ काफी मजबूत हो जाती है और वह कम शब्दों में किसी प्रश्न का संतुलित जवाब देने योग्य हो जाता है. मालूम हो कि कई कोचिंग संस्थान यूपीएससी इंटरव्यू से पहले मॉक इंटरव्यू की कार्यशाला का आयोजन करती है. कोचिंग संस्थान द्वारा आयोजित किए जाने वाले इन मॉक इंटरव्यू का सेटअप बिल्कुल यूपीएससी के इंटरव्यू की तरह होता है. जिसके चलते उम्मीदवार को इंटरव्यू से पहले उसके माहौल में ढलने की मदद मिलती है. मॉक इंटरव्यू का फायदा यह होता है कि उम्मीदवार असली इंटरव्यू में नर्वस नहीं होते हैं उनका पूरा व्यक्तित्व सामने आता है.
इंटरव्यू के लिए जाते समय रहें अलर्ट
यूपीएससी इंटरव्यू के लिए क्वालीफाई करने वाले उम्मीदवारों के परीक्षा के लिए जाते समय बिल्कुल अलर्ट रहना चाहिए. उदाहरण के तौर पर कई बार पूछा जाता है कि आप दिन सीढ़ियों से चढ़कर ऊपर आएं हैं उनमें कितनी सीढ़ियां हैं. हालांकि इस सवाल के पीछे पूछे जाने का मुख्य कारण या उद्देश मेंटल अलर्टनेंस के बारे में जानना है. इसके लिए आप अपनी रोज की आदत में इसे शामिल करें और अपने आस-पास के वातावरण को लेकर सचेत रहें.
सावधानी से भरें डीएफ यानी डिटेल्ड एप्लिकेशन फॉर्म
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के आखिरी चरण यानी इंटरव्यू परीक्षा में सबसे अहम भूमिका उम्मीदवार के डीएफ यानी डिटेल्ड एप्लिकेशन फॉर्म की ही होती है. आपका डीएएफ आपके बारे में बहुत कुछ बता देता हैं. इंटरव्यू से पहले सभी उम्मीदवारों से यह फॉर्म भरवाया जाता है. इसमें आपके ऐकेडमिक, पर्सनल बैकग्राउंड, आपकी पसंद, नापसंद, हॉबी और ओवरऑल पर्सनैलिटी सबकी जानकारी होती है. इंटरव्यू के दौरान इसकी एक कॉपी सभी पैनलिस्ट जो आपका इंटरव्यू लेते हैं उनके पास पहुंचा दी जाती है. इंटरव्यू में अधिकांश सवाल आपके द्वारा भरे गए डिटेल्ड एप्लिकेशन फॉर्म से ही पूछे जाते हैं.
छोटी बातों पर रखें ध्यान
इंटरव्यू की तैयारी करने वाले उम्मीदवार अक्सर कुछ छोटी बहुत महत्वपूर्ण चीजें जैसे नाम का मतलब, जन्मस्थान के बारे में जानकारी होना छोड़ देते हैं. लेकिन इन सभी बातों की जानकारी भी उम्मीदवार को होनी चाहिए. दरअसल पैनलिस्टों की तरफ से इंटरव्यू में अक्सर पूछ लिया जाता है कि आपके नाम मतलब क्या है. आपकी जन्मस्थान किस चीज के लिए मशहूर है, सर्विस प्रेफरेंस क्यों लिखा, कैडर प्रेफरेंस क्यों लखा. इन सभी बातों का उल्लेख आपके डीएएफ फॉर्म में होता है. इसलिए इस बारे में भी अच्छे से प्रश्न और उत्तर तैयार कर लें.