नई दिल्ली. UPSC Civil Services Mains 2018: संघ लोक सेवा आयोग के द्वारा आयोजित यूपीएससी सिविल सर्विसेज मेन्स 2018 परीक्षा 28 सितंबर, 2018 से 4 अक्टूबर, 2018 तक शुरू होने जा रही है. हर साल लाखों उम्मीदवार इस यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा परीक्षा के लिए आवेदन करते हैं. लेकिन सफलता केवल कुछ सौ लोगों को ही मिलती है. यूपीएससी परीक्षा देश के सबसे बड़े सरकारी संगठनों में नीति बनाने के साथ-साथ प्रशासन चलाने के लिए शीर्ष नौकरशाहों की भर्ती के लिए आयोजित की जाती है.
इस साल यूपीएससी सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम 14 जुलाई, 2018 को आधिकारिक वेबसाइटों, upscgov.in, upsconline.nic.in पर घोषित किया गया था. जो लोग प्रीलिम को पास कर चुके हैं वे 28 सितंबर, 2018 को मुख्य परीक्षा में शामिल होंगे. तो आइये हम आपको बताते हैं 5 ऐसी टिप्स के बारे में जिन्हें आजमाकर आप पहले ही प्रयास में यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल कर सकते हैं.
UPSC Civil Services Mains 2018, यूपीएससी सिविल सर्विसेज मेन 2018 में सफल होने के लिए पांच सबसे अच्छी तैयारी टिप्स इस प्रकार हैं.
1- सबसे पहले अपने वैकल्पिक विषयों की तैयारी शुरू करें क्योंकि यह आपके आत्मविश्वास को बढ़ावा देगा. साथ ही पिछले कुछ सालों में इस परीक्षा में सफल लोगों का मानना है कि वैकल्पिक विषय में समय ज्यादा देने से बेहतर परिणाम मिलते हैं. क्योंकि ये वो विषय होते हैं जिनमें आपकी पकड़ होती है.
2- एथिक्स केस स्टडी दूसरा ऐसा विषय है जिस पर उम्मीदवारों का ध्यान केंद्रित होना चाहिए. समाज के साथ गहरा संबंध बनाना आवश्यक है क्योंकि यह हमारे दैनिक जीवन में मुद्दों को हल करने में मदद करेगा. आपको जिस समय समाज को परेशान करने वाली चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा उस समय आप बेहतर वास्तविक समाधान निकाल पाएंगे. यह अध्ययन के मामलों में काफी मदद करेगा.
3- यूपीएससी सिविल सर्विसेज मेन्स 2018 (UPSC Civil Services Mains 2018) परीक्षा में शामिल होने जा रहे उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वो ज्यादा अब इस समय परीक्षा से कुछ दिन पहले विश्व इतिहास और भारतीय संस्कृति पर ज्यादा समय खर्च नहीं करें. लेकिन उन्हें सीखना होगा कि इन विषयों को थोड़े समय के भीतर कैसे कवर किया जाए.
4- अभ्यर्थियों को विषय के अन्य सभी वर्गों के लिए समय का ध्यान रखना चाहिए और किसी विशेष विषय में समय का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करना चाहिए. सामान्य अध्ययन विषयों के लिए अधिक एकाग्रता की आवश्यकता होती है. जो अगस्त और सितंबर के महीनों में किया जा सकता है.
5- यथार्थवादी बनें और अपनी तैयारी के दौरान अत्यधिक लक्ष्य निर्धारित न करें. चूंकि इन लक्ष्यों को पूरा करने में असफल होने से आपका आत्मविश्वास स्तर कम हो जाएगा और इससे तनाव भी हो सकता है. परीक्षा की तैयारी के दौरान किसी भी प्रकार के तनाव से बचें.
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