UP Board Exams 2020: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन प्रोसेस पूरा कर लिया है. हालांकि पिछले सत्र की तुलना में इसमें गिरावट दर्ज की गई है. यूपी बोर्ड की ओर से रजिस्ट्रेशन संबंधी कुछ अहम जानकारी दी गई है, देखें डिटेल्स.
नई दिल्ली.UP Board Exams 2020: 2019-20 एकेडमिक ईयर के लिए कक्षा 10वीं और 12वीं राज्य बोर्ड परीक्षाओं के लिए 56 लाख से अधिक छात्रों ने रजिस्ट्रेशन किया है, रिपोर्ट के मुताबिक पिछले सत्र की तुलना में 3.35 फिसदी की गिरावट दर्ज की गई है. राज्य सरकार ने कहा है कि चीटिंग पर पाबंदी लगने में सरकार सफल रही है.
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (UPSEB) के अनुसार, इस साल कुल 56,01,034 छात्रों ने अपना नामांकन कराया है. साल 2018-19 में, संख्या 57,95,765 और 2017-18 में 66,37,018 रही. रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि 5 सितंबर थी. यूपीएसईबी द्वारा इस साल के शुरू में जुलाई में जारी किए गए टाइम टेबल के अनुसार, बोर्ड परीक्षा 18 फरवरी, 2020 से शुरू होगी और 6 मार्च, 2020 को समाप्त होगी. बोर्ड के परिणाम 2020 में 20-25 अप्रैल के बीच जारी होने की उम्मीद है.
https://www.youtube.com/watch?v=-3iTmgW5uyM
यूपीएसईबी के अतिरिक्त सचिव शिव लाल ने कहा कि इसके अलावा, 2019-20 सत्र के लिए कक्षा 9 और 11 के लिए 53,66,630 छात्रों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया है. हाई स्कूल (कक्षा 10) के लिए, कुल 30,33,961 छात्रों ने 2020 की बोर्ड परीक्षाओं में भाग लेने के लिए रजिस्ट्रेशन किया है और इंटरमीडिएट (कक्षा 12) के लिए 25,67,073 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया है.
https://www.youtube.com/watch?v=MM6t5rdFKWE
इससे पहले, बोर्ड परीक्षा रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि 20 अगस्त और कक्षा 9 और 11 के छात्रों के लिए 25 अगस्त थी. लेकिन बाढ़ से प्रभावित कई जिलों में तारीख 5 सितंबर तक बढ़ा दी गई थी. उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, जिनके पास माध्यमिक और उच्च शिक्षा का प्रभार भी है उन्होंने शनिवार को कहा कि रजिस्ट्रेशन की संख्या में गिरावट आई है क्योंकि राज्य सरकार ने चीटिंग के खिलाफ कार्रवाई की है.
दिनेश शर्मा ने कहा कि दुबई, श्रीलंका, नेपाल और बांग्लादेश और यहां तक कि पंजाब और हरियाणा से छात्रों की संख्या में कमी आई है. ये छात्र ठगी की वजह से यूपी आते थे. अब केवल यूपी के छात्र ही परीक्षा में शामिल हो रहे हैं. उन्होंने कहा इसके अलावा, छात्र एक से अधिक कॉलेजों से फॉर्म भरते थे और जहां भी उन्हें चीटिंग करने का अवसर मिलता था, वह पेपर लिखते थे.