TNTET 2019 Paper 1 Analysis: टीएनटीइटी पेपर-1 की परीक्षा हो चुकी है. उम्मीदवारों की मानें तो पेपर बहुत कठिन आया था. पेपर में मैथ्स और पेडागॉजी के सवालों का उत्तर देना आसान नहीं था, सवाल काफी लंबे थे. कोर्ट के आदेश के मुताबिक सरकारी स्कूलों पढ़ाने के लिए उम्मीदवारों का TNTET एग्जाम का पास करना अनिवार्य है.
चेन्नई: TNTET यानी कि तमिलनाडु टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट की परीक्षा का पेपर-1 रविवार 9 जून को आयोजित किया गया. टीएनटीईटी की इस परीक्षा में शामिल ज्यादातर उम्मीदवारों का कहना था कि चाइल्ड डेवलप्मेंटस- पेडागॉजी और मैथ्स के सवाल काफी कठिन आए थे. परीक्षा देकर लौटे उम्मीदवारों की मानें तो मैथ्स के सवाल काफी लंबे थे और एजिकेशन साइकोलॉजी से संबंधित सवालों का को उत्तर देना ही कठिन था.
टीचर्स रिक्रूटमेंट बोर्ड (TRB) बताया कि TNTET की इस परीक्षा को कुल 470 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित कराया गया था. टीएनटीईटी की इस परीक्षा के लिए कुल1,83,415 उम्मीदवारों ने आवेदन किया था. इनमें से सिर्फ 1,62,330 उम्मीदवारों ने ही इस परीक्षा में हिस्सा लिया था. टीएनटीईटी का यह एगजाम कुल 150 नंबर का था. इसमें तमिल, चाइल्ड डेवलप्मेंट- पेडागॉजी, इंग्लिश, मैथ्स और इन्वायरमेंटल स्टडीज से सवाल पूछे गए थे.
चेंगलपट्टू की रहने वाली एस कविचित्रा ने बताया कि तमिल सेक्शन से आने वाले सवाल ही सिर्फ सरल थे बाकि दूसरे सब्जेक्ट काफी कठिन थे. मैथ्स के सवाल करनेमें तो काफी टाइम लग रहा था. एक अन्य उम्मीदवार ने बताया कि जिन लोगों ने भी यह परीक्षा दी है वे सब डिप्लोमा होल्डर्स थे और पेपर उनके स्टैंडर्ड से ऊपर आया था.
एक टीचर ने बताया कि इस एग्जाम को पास करना आसान नहीं था. कोर्ट के ऑर्डर के मुताबिक जो लोग अभी सरकारी सहायता वाले स्कूलों में अभी पढ़ा रहे हैं उनके लिए इस एग्जाम को पास करना बेहद जरूरी है. इस पास करने के बाद ही वे अपनी जॉब को आगे बढ़ा सकते हैं. टीचर्स रिक्रूटमेंट बोर्ड (TRB) के एक अधिकारी ने बताया कि टीएनटीईटी परीक्षा को काफी बड़े स्तर पर सफलतापूर्वक आयोजित कराया गया था. जिन उम्मीदवारों केपास एडमिट कार्ड नहीं थे, ऐसे लोगों के लिए टीआरबी ने इंतेजामात किये थे.