नई दिल्ली। 12वीं कक्षा तक को पढ़ाने के लिए अब शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पास होना आवश्यक (TET Is Now Mandatory For Teaching) होगा। जहां अभी तक राज्यों और केंद्र सरकार के स्कूलों में पहली से आठवीं कक्षा तक को पढ़ाने के लिए टीईटी पास होना जरूरी होता था, वहीं अब से कक्षा 9वीं से […]
नई दिल्ली। 12वीं कक्षा तक को पढ़ाने के लिए अब शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पास होना आवश्यक (TET Is Now Mandatory For Teaching) होगा। जहां अभी तक राज्यों और केंद्र सरकार के स्कूलों में पहली से आठवीं कक्षा तक को पढ़ाने के लिए टीईटी पास होना जरूरी होता था, वहीं अब से कक्षा 9वीं से कक्षा 12वीं तक को पढ़ाने के लिए भी टीईटी होना अनिवार्य होगा।
रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटेट) की तरह ही टीईटी(TET Is Now Mandatory For Teaching) को भी उम्र भर के लिए मान्य करने की योजना बनाई जा रही है। इसका मतलब ये है कि कोई भी उम्मीदवार अगर एक बार टीईटी पास कर लेता है तो वो उम्र भर मान्य रहेगा। बता दें कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत टीचर बनने के नियमों में बदलाव किया गया है। इसलिए अब 12वीं कक्षा तक पढ़ाने के लिए टीईटी होना जरूरी होगा।
बता दें कि देश के अन्य राज्यों में अभी भी टीईटी परीक्षा का पेपर एक तो पहली कक्षा से पांचवीं कक्षा तक और दूसरा पेपर छठी कक्षा से आठवीं कक्षा तक को पढ़ाने के लिए होता है। इसी लिए 12वीं कक्षा तक टीईटी को जरूरी करने के इस नियम को सभी राज्यों में लागू किया जाएगा।
इस संबंध में एनसीटीई मुख्यालय में सदस्य सचिव केसांग वाई शेरपा ने बताया कि एनसीटीई, माध्यमिक स्तर (कक्षा 9 से कक्षा 12 तक) पर टीईटी को कार्यान्वित करने की दिशा में कार्य कर रहा है। बता दें कि केंद्र सरकार के स्कूलों के लिए सीटेट जबकि, राज्यों के स्कूलों के लिए राज्य शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी) जरूरी होता है। इसे पास करने के बाद ही शिक्षकों की भर्ती होती है।
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