नई दिल्ली, रेलवे में जॉब पाना इस देश के लाखों-करोड़ों युवाओं का सपना होता है. रेलवे बोर्ड की भर्तियों में लाखों युवा आवेदन करते हैं, लेकिन सिर्फ कुछ का ही चयन हो पाता है. रेलवे की तमाम नौकरियों में लोको पायलट की नौकरी युवाओं को सबसे ज्यादा आकर्षित करती है. ऐसे में लोगों के मन […]
नई दिल्ली, रेलवे में जॉब पाना इस देश के लाखों-करोड़ों युवाओं का सपना होता है. रेलवे बोर्ड की भर्तियों में लाखों युवा आवेदन करते हैं, लेकिन सिर्फ कुछ का ही चयन हो पाता है. रेलवे की तमाम नौकरियों में लोको पायलट की नौकरी युवाओं को सबसे ज्यादा आकर्षित करती है. ऐसे में लोगों के मन में सवाल आता है कि लोको पायलट के लिए नियुक्ति की क्या प्रक्रिया है? क्या बगैर ग्रेजुएशन के नियुक्ति संभव है? इसका काम क्या होता है और इसकी क्या योग्यता है? आइए आपको इसके बारे में बताते हैं:
भारतीय रेलवे में असिस्टेंट लोको पायलट वह विशेषज्ञ होता है, जिस पर ट्रेन को चलाने व उसके रख-रखाव की पूरी ज़िम्मेदारी होती है. भारतीय रेल द्वारा बड़ी संख्या में लोको पायलट की नियुक्ति इलेक्ट्रिक और मैकेनिकल दोनों ही विभागों में की जाती है. अगर आपने मैट्रिक के बाद किसी मान्यता प्राप्त आईटीआई (इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट) से कॉइल वाइंडिंग, इलक्ट्रीशियन, इलेक्ट्रॉनिक मैकेनिकल जैसे किसी ट्रेड में प्रशिक्षण प्राप्त किया है या मैट्रिक के बाद किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से तीन-वर्षीय डिप्लोमा किया है, तो आप भारतीय रेल के इलेक्ट्रिक विभाग में असिस्टेंट लोको पायलट के तौर पर नियुक्ति की योग्यता रखते हैं और आप इसके लिए अप्लाई कर सकते हैं. इसी प्रकार, अगर आप भारतीय रेल के मैकेनिकल विभाग में असिस्टेंट लोको पायलट के रूप में अपनी सेवाएं देना चाहते हैं तो मैट्रिक के अलावा मैकेनिकल से संबंधित किसी विषय या ट्रेड में आईटीआई सर्टिफिकेट या तीन-वर्षीय डिप्लोमा होना आपके लिए बहुत जरूरी है.
आप रेलवे में लोको पायलट की नई भर्ती के लिए रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड की वेबसाइट निरंतर देखते रहें, पिछली बार साल 2018 में असिस्टेंट लोको पायलट की भर्ती निकाली गई थी.
1. फर्स्ट स्टेज सीबीटी (कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट) देना होगा.
2. सेकेंड स्टेज सीबीटी देना होगा.
3. कंप्यूटर बेस्ड एप्टीट्यूड टेस्ट देना होगा.
4. डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन करवाना होगा.
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