अहमदाबाद: गुजरात उच्च न्यायालय ने एक ऐसे उम्मीदवार की याचिका को खारिज कर दिया, जिसे बीएसएफ में कांस्टेबल स्टोर कीपर के पद के लिए शॉर्टलिस्ट नहीं किया गया था। इस उम्मीदवार का चयन मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर नहीं किया गया था। उसके दाहिने हाथ की कलाई पर टैटू बना हुआ था, जिस पर अंग्रेजी […]
अहमदाबाद: गुजरात उच्च न्यायालय ने एक ऐसे उम्मीदवार की याचिका को खारिज कर दिया, जिसे बीएसएफ में कांस्टेबल स्टोर कीपर के पद के लिए शॉर्टलिस्ट नहीं किया गया था। इस उम्मीदवार का चयन मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर नहीं किया गया था। उसके दाहिने हाथ की कलाई पर टैटू बना हुआ था, जिस पर अंग्रेजी अक्षर एम के साथ एक दिल और एक तीर का चिन्ह बना हुआ था। बीएसएफ कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में खारिज होने के बाद उम्मीदवार ने उच्च न्यायालय में आवेदन किया था। BSF Constable में रिजेक्ट होने के बाद उम्मीदवार ने गुजरात हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी और डिकल रिपोर्ट को रद्द करने की मांग की थी.
गुजरात हाईकोर्ट ने यह कहते हुए याचिका खारिज कर दी कि उम्मीदवार ने भर्ती प्रक्रिया से पहले ही अपना टैटू बनवा लिया था। समीक्षा परीक्षा बोर्ड के अनुसार, याचिकाकर्ता के दाहिने हाथ की कलाई पर टैटू पाया गया और उसे अयोग्य घोषित कर दिया गया। हायरिंग प्रक्रिया से पहले ही आवेदक को बॉडी टैटू हटा लेना चाहिए था. अब आप सोच रहे होंगे कि किसी भी सरकारी नौकरी के लिए Tattoo का न होना क्यों जरूरी है. आइये आपको इस बारे में तफ्सील से बताते हैं:
अगर आपके भी शरीर किसी भाग पर Tattoo है तो ऐसे में आप इन उच्च सरकारी नौकरी के उम्मीदवार नहीं बन सकते हैं.
• IAS (Indian Administrative Service) भारतीय प्रशासनिक सेवा
• IPS (Indian Police Service) भारतीय पुलिस सेवा
• IRS (Internal Revenue Service) भारतीय राजस्व सेवा
• IFS (Indian Foreign Service) भारतीय विदेश सेवा
• (Indian Army) भारतीय सेना
• (Indian Navy) भारतीय नेवी
• (Indian Air Force) भारतीय वायुसेना
• (Indian Coast Guard) भारतीय तटरक्षक बल
• Police (पुलिस)
उपरोक्त बताई गई नौकरियों के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों के शरीर पर किसी भी तरीके का Tattoo पाए जाने पर उन्हें रिजेक्ट कर दिया जाता है. इसके पीछे कई कारण बताए जाते हैं:
• Tattoo बनवाने को स्वास्थ्य-संबंधी रोगों का कारण माना जाता है. Tattoo बनवाने वाले लोगों को आम लोगों की तुलना में चर्म रोग और हेपेटाइटिस A व B जैसे रोगों का खतरा हो सकता है.
• बहुत सारे लोगों के मन में धारणा होती है कि शरीर पर Tattoo बनवाने वाला शख्स शौक़ीन हो सकता है. इससे उस व्यक्ति के अनुशासन पर भी सवाल खड़े होते हैं. ऐसे में इन उच्च पदों की नौकरी के लिए Tattoo वाले उम्मीदवारों को नहीं चुना जाता है.
• सुरक्षा बलों में Tattoo गुदवाए हुए शख्स को नौकरी नहीं दी जाती है क्योंकि अगर किसी के विशेष हिस्से पर Tattoo बना हुआ है तो उसकी पहचान आसान हो जाती है. जिससे कि सुरक्षा को भी खतरा हो सकता है.