नई दिल्ली. पॉलिटिकल साइंस स्थानीय, राज्य, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सरकरार के व्यवहरों और राजनीतिक सिद्धांतों पर केंद्रित होता है. इस फील्ड के लिए क्रिट्कल थिंकिंग, राइटिंग और रिसर्च स्किलस होना जरूरी है. पॉलिटिकल सांइस में ग्रेजुएशन करके पॉलिटिकल एनालिस्ट, राजनीतिक सलाहकार, पॉलिसी एनालिस्ट, मार्केट सर्वे एक्सपर्ट, सोशल मीडिया मैनेजर, लॉ, जर्नलिज्म जैसे क्षेत्रों में करियर बना सकते हैं. पॉलिटिकल साइंस से ग्रैजुएशन करने के बाद भी आप बैंक पीओ, यूपीएससी, एसएससी, रेलवे समेत अन्य सरकारी नौकरियों की तैयारी कर सकते हैं और इनमें अप्लाई कर सकते हैं.
पॉलिटिकल एनालिस्ट
पॉलिटिकल एनालिस्ट का काम मुख्य रूप से राजनैतिक निर्णयो/सरकारा नीतियों आदि पर समीक्षात्मक टिप्पणी करना और उनकी कमियों को बताने का काम होता है. ये पॉलिटिकल पार्टियों में बतौर विशेषज्ञ पार्टियों की नीतियों और चुनावी घोषणाओं पर भी अपने विचार देते हैं.
राजनीतिक सलाहकार
अगर आप राजनीति विज्ञान में पीजी डिग्री करते है तो आप राजनीतिक सलाहाकार बन सकते हैं. कई राजनीतिक अनुसंधान और सलाहाकार विश्लेषण संसथान में नौकरी कर सकते हैं. इसके अलावा आप दूतावासों और NGO से भी जुड़ सकते हैं.
पॉलिसी एनालिस्ट
पॉलिटिकल साइंस की डिग्री के बाद आप पॉलिसी एनालिस्ट के रूप में नौकरी कर सकते हैं. पॉलिसी एनालिस्ट के सार्वजनिक नीति के बारे में विभिन्न प्रपोजल्स की प्रकृति और इफ़ेक्ट के बारे में बयान तैयार करने जैसे काम करता है.
मार्केट सर्वे एक्सपर्ट
मार्केटड सर्वे एक्सपर्ट की मार्केट में काफी डिमांड है. बड़ी-बड़ी कंपनियां अपना प्रोडेक्ट मार्केट में उतारने से पहले ऐसे एक्सपर्ट का सहारा लेती हैं, ताकि उन्हें समय-संय पर प्रतिक्रियाएं मिलती रहती हैं. इससे वह अपने प्रोड्क्ट की कमीयों के बारे में जानते हैं जिससे वह प्रोडेक्ट्स समय रहते सुधार कर फिर से मार्केट में उतार सकत हैं.
सोशल मीडिया मैनेजर
पॉलिटिकल साइंस एक ऐसा सब्जेक्ट है, जो समाज सेवा के लिए प्रेरित करता है. समाज सेवा के जरिए जन प्रतिनिधि बना जा सकता है. या फिर किसी खास राजनीतिक दल के लिए सोशल मीडिया से प्रचार करने जैसे कार्य कर सकते हैं.
लॉ
आप ग्रेजुएशन के बाद लॉ में भी अपना करियर बना सकते हैं. पॉलिटिकल साइंस के बैग्राउंड वाले छात्रों के लिए एलएलबी करना सही रहता है.
जर्नलिज्म
राजनीति विज्ञान क्षेत्र वालों के लिए जर्नलिज्म एक अच्छा विकल्प हो सकता है. जर्नलिज्म की डिग्री करके प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया में जॉब पा सकते हैं.
सिविस सर्विस
अगर आपकी पॉलिटिकल साइंस पर मजबूत पकड़ है तो आप सिविल सेवी परीक्षा में अच्छा परफॉर्म कर सकते हैं. पॉलिटिकल साइंस सिविल परीक्षा देने वालों का पसंदीदा सब्जेक्ट है.
डिसक्लेमर- ये लेख एक्सपर्ट की सलाह नहीं है. बस एक कोशिश है ये बताने की क्या विकल्प हैं. स्टुडेंट् अपने सबसे मजबूत पक्ष को खुद जानते हैं. इसलिए करियर या विषय चुनने में उस सबजेक्ट में रुचि और ताकत को ध्यान में रखकर स्वयं फैसला करें.
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