NEET Cut Off 2019: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी, एनटीए नीट 2019 परिणाम जारी कर दिए गए हैं. परिणाम जारी आधिकारिक वेबसाइट ntaneet.nic.in पर किए गए हैं. परिणाम देखने के लिए उम्मीदवार यहां जान सकते हैं कि कैसे परिणाम की जांच करें. साथ ही जानें क्या है नीट 2019 परसेंटाइल, कैटेगरी, कट ऑफ और रैंक सूची.
नई दिल्ली. नीट 2019 का रिजल्ट घोषित हो गया है. नीट रिजल्ट रिजल्ट का बेसब्री से इंतजार कर रहे करीब 15 लाख अभ्यर्थी अब ऑनलाइन अपना परिणाम चेक कर सकते हैं. परिणाम आधिकारिक वेबसाइट ntaneet.nic.in पर चेक कर सकते हैं. परीक्षा 5 मई को हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू, गुजराती, मराठी, उड़िया, बंगाली, असमिया, तेलुगु, तमिल और कन्नड़ भाषाओं में आयोजित की गई थी.
पिछले साल केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, सीबीएसई ने नीट आयोजित किया था और परिणाम 4 जून को घोषित किया गया था. इस साल नेशनल टेस्टिंग एजेंसी, एनटीए ने नीट आयोजित की थी और परिणाम 5 जून को जारी किया गया है. इस साल नीट में राजस्थान के नलिन खंडेलवाल ने 720 में से 701 अंक हासिल करके रैंक 1 के साथ ऑल इंडिया टॉप किया है. वहीं लड़कियों में तेलंगाना की माधुरी रैड्डी ने 720 में से 695 अंक हासिल करके रैंक 7 के साथ ऑल इंडिया टॉप किया है.
एनईईटी कट-ऑफ अंक
इस साल कट-ऑफ पिछले साल के मुकाबले ज्यादा होगी. इस साल विशेषज्ञों का कहना है कि सामान्य वर्ग के लिए कट ऑफ 125 से 135 अंक रहेगी. वहीं ये भी कहा जा रहा है कि ये 130 से 140 भी हो सकती है. हालांकि कॉलेज में एडमिशन के लिए उम्मीदवार के पास 510-520 अंक होने अनिवार्य हैं. एससी/ एसटी और ओबीसी श्रेणियों के लिए कट ऑफ 96 अंक हो सकती है. विशेष जरूरतों वाले उम्मीदवारों के लिए, कट-ऑफ 107-118 के बीच हो सकती हैं. नीट कट-ऑफ की गणना परसेंटाइल के आधार पर की जाती है.
एनईईटी (यूजी) – 2019 की मेरिट सूची का उपयोग करके राज्य के मेडिकल कॉलेजों / विश्वविद्यालयों / संस्थानों में प्रवेश के लिए आवेदन करने के इच्छुक उम्मीदवार काउंसलिंग से संबंधित राज्य सरकार और / या मेडिकल / डेंटल कॉलेजों / संस्थानों / विश्वविद्यालयों के अधिकारियों के निर्देशों का पालन करेंगे. निजी मेडिकल कॉलेजों (डीम्ड को छोड़कर) के लिए काउंसलिंग संबंधित राज्य सरकारों के साथ होगी.
नीट यूजी को एमसीआई द्वारा अनुमोदित मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में एमबीबीएस और बीडीएस कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए आयोजित किया जाता है. नीट यूजी स्कोर का उपयोग आयुष पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए भी किया जाता है.