Jobs in Kuwait for Indians: खाड़ी देश कुवैत में भारतीयों के लिए नौकरी का सुनहरा अवसर निकला है. कुवैत प्रशासन ने उत्तर प्रदेश से नर्सिंग स्टाफ की भर्ती करने का फैसला लिया है. कुवैत प्रशासन ने इस बारे में यूपी वित्त निगम के साथ एमओयू साइन किया है जिसके अंतर्गत कुवैत के सरकारी अस्पताल में यूपी के नर्सिंग स्टूडेंट्स की भर्ती की जाएगी.
लखनऊ. Jobs in Kuwait for Indians: विदेश में नौकरी की तलाश कर रहे भारतीय युवाओं के लिए सुनहरा मौका लेकर आई है. खाड़ी देश कुवैत ने वहां के सरकारी अस्पतालों में नर्स के खाली पदों पर भारत से युवाओं की भर्ती करने का निर्णय लिया है. उत्तर प्रदेश वित्त निगम, यूपीएफसी ने कुवैत प्रशासन के साथ एक एमओयू साइन किया है, जिसके अंतर्गत खाड़ी देश कुवैत के सरकारी अस्पतालों में खाली पड़े नर्स के पदों पर भर्ती की जाएगी. कुवैत में काम करने के इच्छुक युवाओं को इसका फायदा मिलेगा. यूपीएफसी ने राज्य के नर्सिंग कॉलेजों में कुवैत में रोजगार के अवसर के बारे में जानकारी दे दी है.
यूपीएफसी की स्थापना उत्तर प्रदेश सरकार ने की थी और संगठन यह विदेश मंत्रालय से भी रजिस्टर्ड है. हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक यूपीएफसी के एडमिन इंचार्ज आरबी वर्मा ने यूपी स्टेट मेडिकल फेकल्टी के सचिव डॉ. राकेश जैन को एक पत्र लिखा है.
जिसमें उन्होंने बताया कि कुवैत के सरकारी अस्पतालों में दक्ष और योग्य नर्सों के लिए बहुत सारी वैकेंसी है. इसके लिए हमने वहां के प्रशासन के साथ एक एमओयू साइन किया है जिसके कुवैत में भारत से नर्सों की भर्ती की जाएगी. जल्द ही कुवैत ऑथोरिटी की तरफ से खाली पदों की संख्या के बारे में सूचना दे दी जाएगी, जिसके बाद वहां से क्लीयरेंस लेकर नियुक्ति की जाएगी.
इसके बाद डॉ. राकेश जैन ने सभी नर्सिंग कॉलेजों और ट्रेनिंग सेंटर्स में पत्र भेजकर कुवैत में नौकरी के अवसर के बारे में जानकारी दी है, ताकि राज्य के ज्यादा से ज्यादा नर्सिंग कर्मचारी और स्टूडेंट्स को इसका फायदा मिल सके.
नर्सिंग स्टूडेंट्स की पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स के लिए यह नौकरी का एक सुनहरा मौका है. एक आंकड़े के मुताबिक उत्तर प्रदेश में 12 हजार से ज्यादा नर्स बेरोजगार हैं और उन्हें नौकरी की तलाश है.
दूसरी तरफ खाड़ी देश कुवैत में हजारों भारतीय काम कर अपनी आजीविका चला रहे हैं. उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और बिहार से लोग कुवैत में काम करने जाते हैं. हालांकि इनमें से अधिकतर लोग कम पढ़े लिखे होते हैं और वहां वे दुकान, ऑफिस में नौकर या मजदूरी काम करते हैं.
कुवैत में चलने वाली मुद्रा दीनार की वैल्यू भी भारतीय रुपये से कहीं ज्यादा है. वर्तमान में एक दीनार के मुकाबले 225 रुपये मिलते हैं. ऐसे में लोग कुवैत में काम करने के लिए ज्यादा आकर्षित होते हैं. कुवैत के सरकारी अस्पतालों में यदि बड़े स्तर पर नर्सिंग स्टाफ की नियुक्ति होती है तो इसका फायदा भारत के बेरोजगार नर्सों को मिलेगा.