JEE Main 2020: कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण के बीच नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने जेईई मेन 2020 एग्जाम को लेकर नई गाइडलाइन जारी की है. दरअसल एनटीए ने नई गाइडलाइन कोरोना वायरस और आइसोलेशन को लेकर जारी की है. जेईई मेन 2020 एग्जाम का आयोजन 1 सितंबर 2020 से 6 सितंबर 2020 तक देश के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर किया जाएगा. अखिल भारतीय स्तर पर आयोजित होने वाली इस परीक्षा में लाखों की संख्या में उम्मीदवार शामिल होंगे.
JEE Main 2020: भारत में तेजी से फैल रही कोरोना महामारी के बीच अब से कुछ दिनों राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा होने जा रही है. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा 1 सितंबर 2020 से ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन मेन का आयोजन किया जाएगा. जानकारी के मुताबिक देशभर में बने अलग-अलग शहरों के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर यह परीक्षा 6 सितंबर 2020 तक चलेगी. देश से लेकर विदेश में लाखों उम्मीदवार जेईई मेंस एग्जाम 2020 में शामिल होंगे.
जेईई मेंस 2020 एग्जाम की तारीख की घोषणा के साथ ही छात्रों और उनके परिवारवालों के मन में कोरोना और सुरक्षा को लेकर काफी सवाल है. दरअसल सवाल यह है कि कोरोना संक्रमण के बीच यह परीक्षा किस तरह आयोजित की जाएगा. अगर कोई अभ्यर्थी कोरोना संक्रमित पाया जाता है तो वह परीक्षा कैसे दे पाएगा. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने छात्रों और उनके परिवारवालों की इन्हीं शंकाओं को दूर करने के लिए ऐसे कई सवालों के जवाब दिए हैं.
नेशनल टेस्टिंग द्वारा जेईई मेन 2020 एग्जाम का आयोजन कंप्यूटर मोड पर किया जाएगा. बीटेक/बीई और बीआर्क के लिए दो अलग-अलग परीक्षाएं होंगी. बीटेक/बीई के लिए देशभर में 605 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. बीआर्क के लिए देश के विभिन्न शहरों में 489 परीक्षा केंद्र हैं. भारत के कुल 224 शहरों में और विदेश के आठ शहरों में यह परीक्षा आयोजित की जा रही है.
जानें कैसे ली जाएगी परीक्षा
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के जेईई मेन के ऑफिसर इन चार्ज ने बताया कि सभी परीक्षा केंद्रों के गेट पर सभी छात्रों को एक सेल्फ डिक्लेरेशन फॉर्म भरना होगा. इस फॉर्म में हर वो जानकारी भरनी होगी जो आरोग्य सेतु ऐप में भरी जाती है.
इस फॉर्म में छात्रों से पूछा जाएगा कि उनमें बुखार, सूखी खांसी जैसे कोई लक्षण हैं या नहीं. पिछले कुछ दिनों में वह किसी कोरोना संक्रमित मरीज के कॉन्टैक्ट में आए हैं या नहीं. अगर किसी सवाल के जवाब से ये लगता है कि उस छात्र के संक्रमित होने की आशंका है. तब भी उसे परीक्षा देने से रोका नहीं जाएगा. ऐसे छात्र के लिए परीक्षा केंद्रों पर आइसोलेशन रूम बनाए गए हैं. कोरोना संक्रमित या एसिप्टमैटिक छात्र को परीक्षा केंद्र पर बनाए गए इन आइसोलेशन रूम्स में बैठाया जाएगा. वहीं उन्हें परीक्षा देनी होगी.
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छात्रों की सुरक्षा के लिए किए गए हैं ये इंतेजाम
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के अधिकारी ने बताया कि जेईई मेन की परीक्षाओं के दौरान सभी अभ्यर्थियों को थ्री प्लाई मास्क दिए जाएंगे. जो उन्हें केंद्र पहुंचने से लेकर बाहर निकले तक पहने रखना अनिवार्य होगा.
सभी परीक्षा केंद्रों, कंप्यूटर्स, कुर्सियों व टेबल्स को सैनिटाइज किया जाएगा. परीक्षा के दौरान सोशल डिस्टेसिंग का पूरा ख्या रखा जाएगा.
परीक्षा केंद्र पर छात्रों के रिपोर्टिंग टाइम अलग-अलग रखे जा रहे हैं. इसका कारण यह है कि एक ही समय पर ज्यादा लोग न इकट्ठे हों.