IITs Cut Off 2019 lowered: जेईई एडवांस्ड का रिजल्ट जारी हो चुका है और इस बार पिछले साल के मुकाबले दोगुना ज्यादा उम्मीवार सफल हुए हैं. पिछले साल सिर्फ 18,138 छात्र सफल हुए थे तो वहीं इस बार 38,705 छात्रों ने जेईई एडवांस्ड परीक्षा को पास किया है. देशभर में IIts और NITs में एडमिशन के लिए काउंसलिंग कल यानी कि 16 जून सोमवार से शुरू हो जाएगी.
नई दिल्ली: देशभर में आईआईटी में दाखिले के लिए जेईई एडवांस्ड रिजल्ट 2019 जारी किया जा चुका है. 14 जून को आईआईटी रुड़की ने जेईई एडवांस्ड का 2019 का परिणाम जारी किया था. इस परीक्षा में करीब 1.65 लाख उम्मीदवार बैठे थे, जिनमें से 38,705 उम्मीदवारों ने इस परीक्षा में सफलता हासिल की है. वहीं पिछले साल सिर्फ 18,138 उम्मीदवार जेईई एडवांस्ड को क्वालीफाई कर पाए थे. कट ऑफ लो होने की वजह से इस साल पिछले साल के मुकाबले दोगुना ज्यादा उम्मीदवारों ने IITs में एडमिशन के लिए क्वालीफाई किया है.
इस साल की जेईई एडवांस्ड की परीक्षा में महाराष्ट्र के कार्तिकेय गुप्ता ने ऑल इंडिया 1 रैंक हासिल की है. देश भर के 38,705 उम्मीदवारों ने जेईई एडवांस्ड परीक्षा को क्वलीफाई किया है. कट ऑफ लिस्ट लो होने की वजह से दो गुना उम्मीदवार एडमिशन लेने की रेस में हैं. एक अधिकारी ने बताया कि कॉलेज में सभी सीटें भर जाएं इसलिए सफल उम्मीदवारों की संख्या में इज़ाफा किया गया है. आईआईटी बॉम्बे जोन सभी सात जोन में तीसरे स्थान पर आता है. आईआईटी बॉम्बे जोन के अंतर्गत महाराष्ट्र के अलावा कुछ और राज्य आते हैं. इस रीजन के 6,140 छात्रों ने जेईई एडवांस्ड में सफलता मिली है. इतनी ही नहीं इस बार के ऑल इंडिया टॉर समेत 3 छात्र इसी जोन से आते हैं.
आईआईटी रुड़की ने इस साल की कट ऑफ लिस्ट लो इसलिए जारी की है जिससे देश के विभिन्न वर्ग के ज्यादा से ज्यादा छात्र रैंक लिस्ट में शामिल हो सकें. पिछले साल के मुताबिक जनरल कैटेगरी के लिए कट ऑफ को 35% से 25% कर दिया गया है, वहीं एससी/एसटी उम्मीदवारों के लिए 12.5% है. पिछले वर्ष एससी/एसटी उम्मीदवारों के लिए 17.5% थी. वहीं नए वर्ग इकॉनॉमिकली वीकर सेक्शन यानी कि EWS और ओबीसी- नॉन क्रीमी लेयर (OBC- NCL) उम्मीदवारों के लिए कट ऑफ 22.5% रखी गई, जो कि पिछले साल 31.67% थी.
जेईई एडवांस्ड कराने वाली कमेटी के चेयरमेन एमएल शर्मा वे बताया कि सेंटर ने आदेश दिया था कि इस बार पिछले साल के मुताबिक दोगुना उम्मीदवार होने चाहिए. इसके अलावा कट ऑफ कम करने का कारण यह भी था कि आरक्षित वर्ग के कई छात्रों को जाति प्रमाणपत्र समय पर बनाने में सफल नहीं हो सके थे, जिनमें से कई छात्रों ने आवेदन तिथि को आगे बढ़ाने की अपील की थी. तो ऐसे छात्र अब काउंसलिंग के समय अपने प्रमाण पत्र तो दिखा सकेंगे. आपको बता दें कि IIts में एडमिशन के लिए ज्वाइंट सीट एलोकेशन अथॉरिटी यानी कि JoSAA एडमिशन पोर्टल सोमवार से खुल जाएगा.