नई दिल्ली। पहले के समय में ड्रोन का इस्तेमाल कुछ ही जगह पर देखने को मिलता था। लेकिन इसे उड़ाने वाले काफी खास होते थे, यही नहीं बहुत ही कम लोगों के पास ही ड्रोन उड़ाने की ट्रेनिंग होती थी। पर आज के समय में हर जगह, सिक्योरिटी से लेकर मीडिया इंडस्ट्री तक ड्रोन का […]
नई दिल्ली। पहले के समय में ड्रोन का इस्तेमाल कुछ ही जगह पर देखने को मिलता था। लेकिन इसे उड़ाने वाले काफी खास होते थे, यही नहीं बहुत ही कम लोगों के पास ही ड्रोन उड़ाने की ट्रेनिंग होती थी। पर आज के समय में हर जगह, सिक्योरिटी से लेकर मीडिया इंडस्ट्री तक ड्रोन का प्रयोग देखने को मिलता है। आज शादी-ब्याह हो या किसी फिल्म की शूटिंग हर जगह इसका इस्तेमाल हो रहा है। इसके बढ़ते प्रचलन ने इस क्षेत्र में करियर के दरवाजे खोल दिए हैं। अगर आप भी इस फील्ड में करियर बनाना चाहते हैं(How To Become A Drone Pilot) तो यहां दी हुई जानकारी आपके काम आ सकती हैं।
दरअसल, आज के समय में ड्रोन का इस्तेमाल कमर्शियल और रीक्रिएशनल दोनों तरह के कामों के लिए होता है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो साल 2024 में ड्रोन इंडस्ट्री 900 करोड़ तक जा सकती है। ऐसे में इस फील्ड में करियर बनाने के बारे में सोचना कहीं से भी घाटे का सौदा नहीं है।
वैसे तो ड्रोन उड़ाने के लिए प्रोफेशनल ट्रेनिंग लेनी होती है(How To Become A Drone Pilot) जबकि कई बार बिना प्रोफेशनल सर्टिफिकेट के भी ये काम किया जा सकता है। हालांकि, अगर आप कमर्शियल तौर पर ड्रोन उड़ाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको ट्रेनिंग लेनी होगी। इसके लिए संबंधित योग्यता, संस्थान के हिसाब से अलग-अलग होती है। मोटे तौर पर कहें तो किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से दसवीं और बारहवीं पास कैंडिडेट्स इसके लिए आवेदन कर सकते हैं।
भारत में ड्रोन पायलट बनने(How To Become A Drone Pilot) और इसका लाइसेंस पाने के लिए कैंडिडेट को डीजीसीए द्वारा रिकॉग्नाइज इंस्टीट्यूट से ट्रेनिंग लेनी पड़ती है। जिसके लिए 12वीं होना आवश्यक है। साथ ही कैंडिडेट को मेडिकल एग्जामिनेशन भी पास करना होता है और उसका बैकग्राउंड गवर्नमेंट एजेंसी चेक करती है। जिसके बाद लाइसेंस पाने के लिए ट्रेनिंग पूरी होने के बाद लिखित परीक्षा पास करना होता है। इसके लिए डीजीसीए लाइसेंस देता है। इस कोर्स की फीस इंस्टीट्यूट के हिसाब से होती है जो 30 हजार से लेकर 1 लाख तक हो सकती है।
बता दें कि इंडियन गवर्नमेंट की तरफ से कुछ समय पहले Digital Sky नाम की वेबसाइट लॉन्च की गई है। इससे आपको ड्रोन के बारे में सभी जानकारी और परमिशन मिलती है। यहां दिए गए मैप पर ग्रीन, येलो और रेड जोन पता चलता है साथ ही फ्लाइंग और नॉन-फ्लाइंग जोन के बारे में भी।
फ्लाईटेक एविएशन एकेडमी, हैदराबाद
एलायंस यूनिवर्सिटी, अनेकल, बेंगलुरु
फोर इंस्टीट्यूट्स ऑफ ड्रोन टेक्नोलॉजी एंड रिसर्च, गुरुग्राम
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी, फुर्सतगंज एयरफील्ड, अमेठी
माधव इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, ग्वालियर
द बॉम्बे फ्लाइंग क्लब – जुहू एयरपोर्ट, मुंबई
CASR अन्ना यूनिवर्सिटी – सेंटर फॉर एयरोस्पेस रिसर्च एमआईटी कैंपस, चेन्नई