Hindi Career Options After Graduation: हिंदी लिटरेचर से ग्रेजुएशन के बाद कंटेंट राइटर, कॉपी राइटर, ट्रांसलेटर, इंटरप्रेटर, स्क्रिप्ट राइटर, प्रूफ रीडर, हिंदी टेलीकॉलर में भरपूर जॉब. इसके अलावा सिविल सर्वेसेज में भी अपनी किस्मत आजमा सकते हैं.
नई दिल्ली. हिंदी पर मजबूत पकड़ रखने वाले उम्मीदवारों को केंद्र और राज्य सरकार के कार्यालयों में बतौर हिंदी भाषा अधिकारी, सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी, शिक्षक तथा अनुवादक के तौर पर कार्य करने का अवसर मिल सकता है. इसके अलावा सार्वजनिक क्षेत्र में लैंग्वेज इंटरप्रेटर, ट्रांसलेटर और हिंदी भाषी क्षेत्रों में करियर बन सकते हैं. प्राइवेट सेक्टर में इस भाषा के एक्सपर्ट्स के लिए ढेरों नए अवसर हैं, जहां वेबसाइट कंटेंट राइटर, कॉपी राइटर, ट्रांसलेटर, इंटरप्रेटर, स्क्रिप्ट राइटर, प्रूफ रीडर, हिंदी टेलीकॉलर और एजुकेशन के तौर पर करियर बनाने का अवसर मिलता है.
मीडिया
हिंदी लिटरेचर से सन्त्राक करने वालों के लिए मीडिया में चैनलों, न्यूजपेपर, मैग्जीनस और वेबसाइट में काम करने के काफी अवसर हैं. हिंदी भाषा में अच्छी पकड़ है तो मीडिया क्षेत्र में नौकरी कर सकते हैं. अगर आप अप-टू-डेट रहना पसंद करते हैं और खबरों को फॉलो करते हैं तो आप इस फील्ड में अपना करियर बना सकते हैं.
फिल्म
अगर आपकी हिंदी पर मजबूत पकड़ है और शब्दों से खेलना पसंद है तो फिल्म और टीवी सीरियल में भी आप अपनी किस्मत आजमा सकते हैं. स्क्रिप्ट राइटर या गीतकार के रूप में अपनी किस्मत आजमा सकते हैं.
ट्रांसलेशन
अगर आप हिंदी के साथ दूसरी भाषा पर भी पकड़ रखते हैं तो बतौर ट्रांसलेटर जॉब कर सकते हैं. ट्रांसलेटर्स की सबसे ज़्यादा डिमांड पब्लिशिंग हाउसेस में होती है. क्योंकि इन्हें अपनी किताबों को हिंदी में अनुवाद कराना होता है. यहां पर प्रति शब्द या फिर किताबों के मुताबित पैसा भी अच्छा दिया जाता है. आप इसे भी अपने करियर के तौर पर चुन सकते हैं.
हिंदी अधिकारी
हिंदी के छात्रों के लिए विभिन्न बैंक राजभाषा अधिकारी की नियुक्ति करते हैं. हिंदी भाषा अधिनियम का प्रावधान है कि सभी संस्थानों में हिंदी अधिकारी को रखना पड़ेगा. भारत सरकार व निजी संस्थान में हिंदी अधिकारी के रूप में काम करने का अवसर मिलता है. देश-विदेश में सरकारी संस्थानों में हिंदी सलाहकार के रूप में भी काम कर सकते हैं.
पर्यटन
पर्यटन के क्षेत्र में भी हिंदी भाषा पर पकड़ रखने वाले लोगों की काफी डिमांड है. इस क्षेत्र में भी रोजगार के काफी अवसर हैं. इस क्षेत्र में बेहतर करने के लिए कल्चरल टूरिज्म मैनेजमेंट में भी डिप्लोमा कर सकते हैं.
टीचिंग
हिंदी से बीए या बीएड करने के बाद स्कूलों में टीचर बन सकते हैं. वहीं पीएचडी होल्डरस लेक्चरर कॉलेज और यूनिवर्सिटीस में लेक्चरर की नौकरी कर सकते हैं.
डिसक्लेमर- ये लेख एक्सपर्ट की सलाह नहीं है. बस एक कोशिश है ये बताने की क्या विकल्प हैं. स्टुडेंट् अपने सबसे मजबूत पक्ष को खुद जानते हैं. इसलिए करियर या विषय चुनने में उस सबजेक्ट में रुचि और ताकत को ध्यान में रखकर स्वयं फैसला करें