DU Admissions 2019: दिल्ली यूनिवर्सिटी के कॉलेज अब एडमिशन के वक्त स्पोर्ट्स और एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटी (ECS) कैटगरी में सीटें बढ़ा सकेंगे, हालांकि इसमें कोटा में अधिकतम 5 प्रतिशत सीटों पर ही एडमिशन हो सकेंगे. यदि डीयू कॉलेज के किसी कोर्स में प्रवेश के दौरान स्पोर्ट्स और ईसीए वर्ग की सीटें खाली रह जाती हैं तो इन सीटों पर अन्य विभाग में स्टूडेंट्स का एडमिशन हो सकेगा.
नई दिल्ली. दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेजों में इस साल प्रवेश लेने वाले स्टूडेंट्स के लिए खुशखबरी है. दिल्ली यूनिवर्सिटी के कॉलेजों में स्पोर्ट्स और एक्स्ट्रा करिकुरल एक्टिविटी (ECA) वर्ग में सीटें बढ़ा दी गई हैं. हालांकि इसमें एक कॉलेज के 5 प्रतिशत की लिमिट को बरकरार रखा है. यानी कि एक कॉलेज के यदि किसी एक विभाग में स्पोर्ट्स और ईसीए कैटगरी में सीटें फुल नहीं होती हैं तो कॉलेज प्रसाशन इसका फायदा दूसरे विभाग के स्टूडेंट्स को दे सकता है.
मौजूदा व्यवस्था के मुताबिक डीयू कॉलेजेस स्पोर्ट्स और ईसीए कैटगरी में अधिकतम 5 प्रतिशत स्टूडेंट्स का एडमिशन करते हैं. पिछले साल तक यह कोटा सिर्फ ईसीए कैटगरी तक ही सीमित था, इस साल से 5 प्रतिशत कोटा में स्पोर्ट्स कैटगरी को भी जोड़ दिया गया है. कुछ कोर्सेज में स्पोर्ट्स और ईसीए कैटगरी के तहत एडमिशन की बढ़ती मांग को देखते हुए दिल्ली यूनिवर्सिटी ने फैसला लिया है कि डीयू कॉलेजेस इस कोटा को एक विभाग से दूसरे विभाग में ट्रांसफर कर सकते हैं. हालांकि एक कॉलेज अभी भी स्पोर्ट्स और ईसीए कैटगरी में अधिकतम 5 प्रतिशत स्टूडेंट्स का एडमिशन ही कर सकेगा. स्पोर्ट्स और ईसीए कैटगरी में 5 प्रतिशत रिजर्व सीटों की लिमिट में कोई बदलाव नहीं किया गया है.
दिल्ली विश्वविद्यालय के अधिकारियों के मुताबिक सामान्यतौर पर स्पोर्ट्स और ईसीए कैटगरी से आने वाले स्टूडेंट्स आर्ट्स और सोशल साइंस कोर्स में ही एडमिशन लेते हैं. साइंस कोर्सेज में इस कोटा से एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स की संख्या कम होती है. अब विभाग ने फैसला लिया है कि यदि स्पोर्ट्स और ईसीए कैटगरी के अंतर्गत यदि साइंस कोर्सेज में सीटें खाली रह जाती हैं तो कॉलेज इन सीटों पर अन्य किसी विभाग (जहां डिमांड ज्यादा है) के स्टूडेंट्स का प्रवेश ले सकेगा. ताकि जिन स्टूडेंट्स को इस कोटा की जरूरत हो उन्हें इसका फायदा हो सके.