Delhi Teacher Recruitment 2019: दिल्ली के सरकारी स्कूलों में टीजीटी, पीजीटी और पीआरटी के पदों पर 3282 पद खाली पड़े हैं. इस बात का खुलासा मंजर अली की ओर दायर आरटीआटी में हुआ. अधिक डिटेल्स अभ्यर्थी इस खबर में जान सकते हैं.
नई दिल्ली. Delhi Teacher Recruitment 2019: दिल्ली के सरकारी स्कूलों में टीजीटी, पीजीटी, पीआरटी और नर्सरी स्कूलों में शिक्षक के कुल 38,25 से भी ज्यादा पद खाली हैं. एक रिपोर्ट्स की मानें तो दिल्ली के सभी सरकारी स्कूलों में 33,397 शिक्षक होने चाहिए, लेकिन मौजूदा समय में दिल्ली में स्थायी शिक्षक 17,695 हैं और 11,877 गेस्ट शिक्षक हैं. दिल्ली के लगभग सभी स्कूलों में शिक्षकों के पद खाली होने की वजह से अधिकतर स्कूलों में पठन-पाठन प्रभावित होती है. इसका असर छात्रों के भविष्य पर पड़ता है. शिक्षकों की कमी के चलते अधिकतर छात्रों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा नहीं मिल पाती है जिसके कारण वो काफी पिछड़ जाते हैं.
मंजर अली की ओर दायर एक आरटीआई की मानें तो दिल्ली के सरकारी स्कूलों में टीजीटी, पीजीटी, पीआरटी और नर्सरी स्कूलों में शिक्षकों के साथ-साथ प्रधानाचार्य और उप प्रधानाचार्य की भी कमी है. लगभग 80 प्रतिशत स्कूलों में स्थित एक जैसी हैं. मंजर अली एक सोशल वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष भी हैं.
मंजर अली की ओर दायर आरटीआई की मानें तो उन्होंने 25 सितंबर को आरटीआई दायर किया था. आरटीआई के मुताबिक अंग्रेजी विषय में टीजीटी के 704 पद खाली हैं, जबकि कुल स्वीकृत संख्या 5462 हैं.
वहीं गणित विषय में कुल 696 पद खाली पड़े हैं. जबकि गणित विषय के स्थायी शिक्षकों की संख्या 5848 है. लेकिन स्थायी अध्यापक केवल 3282 है. हिंदी विषय की बात करें तो हिंदी के कुल 164 पद खाली हैं.
टीजीटी संस्कृत की बात करें तो टीजीटी संस्कृत के लिए कुल 162 पद खाली हैं. जबकि उर्दू के लिए कुल 675 पद खाली हैं. वहीं नर्सरी स्कूलों की बात करें तो नर्सरी स्कूलों में सहायक शिक्षक के कुल 925 पद खाली हैं. इनमे से 465 पद खाली पड़े हैं.
इसके अलावा आपको बता दें कि दिल्ली से देश के अन्य राज्यों में केंद्रीय विद्यालयों में शिक्षक 6000 से ज्यादा पद खाली पड़े हैं. इस बात की जानकारी एमएचआरडी मीनिस्टर निशंक पोखरियाल ने संसद के शीतकलीन सत्र में दिया था.