नई दिल्ली. 12वीं के बाद छात्र करने बाद छात्रों को अपने बेहतर करियर के लिए ऑप्शन ढूंढने में काफी परेशानी होती हैं. कॉमर्स स्ट्रीम भारत के छात्रों के बीच काफी लोकप्रिय है. जिन छात्रों ने कॉमर्स से 12वीं किया है उनके लिए ग्रेजुएशन में काफी सारे विकल्प हैं. कॉमर्स के छात्रों का के लिए सबसे अच्छा फायदा है कि वह आर्टस और कॉमर्स दोनों के कोर्सस में भाग ले सकते हैं. हम आपको कुछ ऐसे ऑप्शन बता रहे हैं, जिनसे आप अपना करियर बेहतर बना सकते हैं.
चार्टर्ड एकाउंटेंसी (CA)
भारत में इस कोर्स को लेकर छात्र काफी उत्सुक रहते हैं. चार्टर्ड एकाउंटेंसी एक कोर्स है जिससे छात्र चार्टर्ड एकाउंटेंट बनने के लिए आ्रगे बढ़ सकते है. यह कोर्स द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया (ICAI) र्टर्ड अकाउंटेंट का कोर्स कराता है. इसके लिए मान्यता प्राप्त बोर्ड या विश्वविद्यालय से कुल मिलाकर कम से कम 50 फीसदी अंको से 12वीं पास होना जरूरी है.
कंपनी सेक्रेटरी (CS)
सीए के बाद सीएस छात्रों के बीच काफी लोकप्रिय कोर्स है. इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया (ICSI) देश में कंपनी सेक्रेटरी प्रोग्राम चलाता है. कॉमर्स के अलावा साइंस वाले छात्र भी 12वीं के बाद इस कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं. फाइन आर्टस को छोड़कर किसी भी स्ट्रीम के छात्र CS का कोर्स कर सकते हैं.
कॉस्ट एंड वर्क अकाउंटेंट (CWA)
CWA कोर्स CA से मिलता-जुलता कोर्स है. द इंस्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट एंड वर्क अकाउंटेंट ऑफ इंडिया कॉस्ट एंड वर्क अकाउंटेंट का कोर्स करवाता है. 12वीं के बाद भी स्टू़डेंट्स इस कोर्स को कर सकते है. CWA के लिए 12वीं पास स्टूडेंटस को पहले फाउंडेशन कोर्स करना पड़ता है. फाउंडेशन के बाद इंटरमीडिएट कोर्स करना होता है और फिर CA की तरह फाइनल एग्जाम देकर कोर्स पूरा कर सकते हैं
बैचलर ऑफ कॉमर्स (B.COM)
बैचलर ऑफ कॉमर्स एक ग्रेजुएशन डिग्री है. 12वीं के बाद छात्र इसके लिए आवेदन कर सकते हैं. इस कोर्स में अकाउंटिंग, बैकिंग, इश्योरेंस लॉ, रिस्क कवर जैसे कई टॉपिक्स पढ़ाये जाते हैं.
बैचलर ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन (BBA)
बैचलर ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन 3 साल का कोर्स है. इस कोर्स को किसी भी स्ट्रीम से 12वीं पास करने वाले छात्र कर सकते हैं. लेकिन यह कोर्स कॉमर्स स्टूडेंट्स के बीच ज्यादा लोकप्रिय है. इस कोर्स में एडमिनिस्ट्रेशन पर ज्यादा फोकस किया जाता है.
बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन एंड बैचलर ऑफ लेजिसलेटिव लॉ ऑनर्स (BBA LLB)
बैचलर ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन एंड बैचलर ऑफ लेजिसलेटिव लॉ ऑनर्स का चयन करने वाले छात्र लॉ का अध्यन करते हैं. कोई भी छात्र जिसने कम से कम 50 फीसदी अंको के साथ 12वीं पास की हो इस कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं.
बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन और बैचलर ऑफ मैनेजमैंट स्ट्डीज (BBA BMS)
बीबीए, बीएमएस एमबीए में मास्टर्स के लिए एक अहम भूमिका निभाता है. बिजनेस मैनेजमेंट में करियर के लिए यह कोर्स एक बैचलर डिग्री है. इस कोर्स के लिए 12वीं में कम से कम 50 फीसदी अंक होना आवश्यक है.