CBSE 12th Board Exam 2020: सबकुछ ठीक रहा तो आने नए एकेडमिक सीजन यानि की 2020 से सीबीएसई बोर्ड अपने सिलैबस में बदलाव कर सकता है. बोर्ड थ्योरी की बजाय विकल्पीय और प्रयोगात्मक शिक्षा देने पर विचार कर रहा है.
नई दिल्ली. CBSE 12th Board Exam 2020: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड प्रैक्टिकल पर आधारित शिक्षा पर ज्यादा जोर देने पर विचार कर रहा है. अगर सबकुछ सही रहा तो बोर्ड यह नियम 2020 से लागू कर देगा. बोर्ड ऐसा इसलिए कर रहा है ताकि छात्र ज्यादा मार्क्स गेन कर सकें. नियम को लागू करने के लिए बोर्ड ने इसका अवलोकन करना शुरू कर दिया है. इस समय भी सीबीएसई में प्रैक्टिकल पर आधारित 30 नंबर दिए जाते हैं. इन 30 अकों में 15 अंक इंटरनल होता है जबकि 15 अंक एक्सटर्नल है.
इस विषय पर फैसला बोर्ड अगामी कुछ महीने ले सकता है. बोर्ड अधिकारियों की मानें तो हर विषय से थ्योरी कम करके बिकल्पीय प्रश्न पर विचार कर रहा है. क्योंकि थ्योरी बेस्ड सिलैबस होने से छात्र चीजों को कम सीख पाता है और उसका आधे से ज्यादा टाइम सिलैबस कंपलीट करने में ही चला जाता है. अगर सैलैबस में प्रैक्टिकल चीजे ज्यादा जोड़ दी जाएंगी तो छात्र कम समय में ज्यादा सीख सकता है.
12वीं के सिलैबस में कुछ विषय ऐसे हैं जिनमें थ्योरी ज्यादा है जैसै- सोशल सांइस, ह्यूˈमैनिटी. इस विषय के लिए छात्र को 30 नंबर प्रैक्टिकल से मिलते हैं जबकि 70 नंबर थ्योरी बेस है. अगर इस विषय में थ्योरी को हटा कर प्रैक्टिकल कर दिया जाएगा तो छात्रों को असानी होगी. प्रैक्टिकल और बिकल्पीय दोनों अंकों को मिलाकर फाइनल रिजल्ट तैयार किया जाएगा. इसमें नंबर देने का अधिकार स्कूल के शिक्षकों के अलावा बाहर से एक्जाम लेने आने वाले शिक्षकों को दिया जाएगा. कमेटी इंटरनल शिक्षकों को आधे से ज्यादा मार्क्स देने का अधिकार इसलिए दे रही है ताकि इंटरनल शिक्षक छात्रों की दक्षता के हिसाब से उन्हें अंक दे सके. क्योंकि इंटरनल शिक्षकों को छात्र के बारे में पूरी जानकारी रहती है कि उसका पढ़ाई में प्रदर्शन कैसा है.
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