CBSE Class 12th Re-Evaluation Result 2019: सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) 12वीं पुनर्मूल्यांकन रिजल्ट 14 मई से पहले कभी जारी कर सकता है. सीबीएसई बोर्ड 12वीं पुनर्मूल्यांकन की परीक्षा में शामिल स्टूडेंट्स समय-समय पर बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट www.cbseresults.nic.in देखते रहें ताकि रिजल्ट से संबंधित कोई महत्वपूर्ण सूचना छूटने न पाए.
नई दिल्ली. CBSE Class 12th Re-Evaluation Result 2019: सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) 12वीं पुनर्मूल्यांकन रिजल्ट 14 मई से पहले कभी जारी किया जा सकता है. सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) 12वीं पुनर्मूल्यांकन रिजल्ट जारी होने के बाद स्टूडेंट्स बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट www.cbseresults.nic.in पर जाकर चेक कर सकेंगे. सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन 12वीं पुनर्मूल्यांकन रिजल्ट ऑफिशियल वेबसाइट दिल्ली यूनिवर्सिटी में आवेदन से पहले जारी किया जाएगा. बोर्ड द्वारा ऐसा कदम हाईकोर्ट के आदेश के बाद लिया गया है. हाईकोर्ट ने सीबीएसई बोर्ड को आदेश दिया था कि बोर्ड 12वीं पुनर्मूल्यांकन रिजल्ट दिल्ली यूनिवर्सिटी में प्रवेश फॉर्म भरे जानें से पहले जारी करें, ताकि स्टूडेंट्स को आवेदन के लिए पर्याप्त समय मिल सके.
सूत्रों की मानें तो सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन 12वीं पुनर्मूल्यांक का रिजल्ट जून के पहले सप्ताह में जारी करेगा. सीबीएसई 12वीं पुनर्मूल्यांकन की परीक्षा में उपस्थित स्टूडेंट्स को सलाह है कि वो बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट समय-समय पर चेक करते रहें ताकि रिजल्ट जारी होने के बाद सबसे पहले चेक कर सकें. सीबीएसई ने दिल्ली विश्वविद्यालय को एक पत्र लिखकर कहा कि वे प्रवेश तिथियों को ऐसे रखें कि प्रवेश की समय सीमा से पहले सीबीएसई के पुनर्मूल्यांकन रिजल्ट आ जाएं और स्टूडेंट्स के पास आवेदन करने के लिए पर्याप्त समय रहे.
इस वर्ष से नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए एग्जाम आयोजित करेगी. पिछले साल सीबीएसई ने डीयू में प्रवेश के दो सप्ताह बाद कक्षा 12वीं के रिवेल्युएशन का रिजल्ट घोषित किया था. एक छात्र, जो अपने संशोधित स्कोर के आधार पर लेडी श्री राम कॉलेज (एलएसआर) में प्रवेश के लिए पात्र था उसको प्रवेश से वंचित कर दिया गया था. यह मामला अदालत में चला गया जिसने न केवल कॉलेज को एक अतिरिक्त सीट बनाकर छात्र को प्रवेश देने के लिए कहा बल्कि स्कूल शिक्षा बोर्ड और विश्वविद्यालयों को अपना परिणाम और प्रवेश समकालीन बनाने के लिए कहा था.