CBSE Board Results 2020: सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) ने 10वीं और 12 परीक्षा के मूल्यांकन को लेकर बड़ा कदम उठाया है. दरअसल सीबीएसई ने ऐसे शिक्षकों के नाम मेमो जारी किया है, जिनकी सीबीएसई बोर्ड परीक्षा परिणाम 2019 की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच एंव गणना में खामियां पाई गईं थीं. मेमो के साथ ही सीबीएसई द्वारा जारी अन्य पत्र में उन शिक्षकों को सस्पेंड करने का निर्देश दिया गया है जिन पर एंक्वायरी चल रही है. इस संबंध में अधिक जानकारी हासिल करने के लिए उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट cbse.nic.in पर मौजूद मेमो को डाउनलोड कर सकते हैं.
नई दिल्ली. CBSE Board Results 2020: सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) ने 10वीं और 12 परीक्षा के मूल्यांकन को लेकर बड़ा कदम उठाया है. दरअसल सीबीएसई ने ऐसे शिक्षकों के नाम मेमो जारी किया है, जिनकी सीबीएसई बोर्ड परीक्षा परिणाम 2019 की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच एंव गणना में खामियां पाई गईं थीं. मालूम हो कि वर्ष 2019 का परिणाम आने के बाद गलत कॉपी जांचने और अंकों के कुल योग में गड़बड़ियां सामने आई थी. मेमो के साथ ही सीबीएसई द्वारा जारी अन्य पत्र में उन शिक्षकों को सस्पेंड करने का निर्देश दिया गया है जिन पर एंक्वायरी चल रही है. इस संबंध में अधिक जानकारी हासिल करने के लिए उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट cbse.nic.in पर मौजूद मेमो को डाउनलोड कर सकते हैं.
सीबीएसई बोर्ड ने इसके साथ ही उन शिक्षकों के खिलाफ कदम उठाने को कहा है जो गलत मार्किंग और गलत कॉपी चेक करने के लिए जिम्मेदार रहे हैं. सीबीएससी से सम्बद्ध स्कूलों को भेजे गए पत्र में बोर्ड ने कहा है कि ऐसे शिक्षकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है, जिनके कारण छात्र दुखी हुए हैं. बोर्ड ने यह स्पष्ट किया कि ऐसे शिक्षकों को लेकर, स्कूल सख्त रहे और इस मामले को गंभीरता से लें. बीते वर्ष और उससे पहले भी गलत मार्किंग और चेकिंग को लेकर सीबीएसई बोर्ड आलोचनाओं का शिकार रहा है. अब इसी कमी को दूर करने के लिए बोर्ड ने सख्त निर्देश जारी किए हैं.
बता दें कि वर्ष 2019 परीक्षा के बाद सीबीएसई बोर्ड ने विभिन्न वर्कशॉप का आयोजन किया था. जिसमें अधिकारियों ने शिक्षकों को यह चेतावनी दी थी कि अगर कॉपियों में गलतियां पाई गईं थी तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. रिजल्ट में किसी भी प्रकार की गलतियों से बचने के लिए बोर्ड ने तीन स्तरीय जांच प्रक्रिया स्थापित की है. यानी अब छात्रों की कॉपी तीन चरणों में जांची जाएगी. जिससे कॉपी के मूल्यांकन में गलती की कोई गुंजाइंस नहीं रहें.
सीबीएसई बोर्ड हर वर्ष ऐसी कोशिश करता है, कि जांची गई कापियों में कोई गलती ना हो. लेकिन कई प्रयासों के बावजूद बोर्ड को पुनर्मुल्यांकन और टोटलिंग के लिए बड़ी संख्या में छात्रों के अनुरोध प्राप्त होते रहे हैं. इसी बात का नोटिस लेते हुए सीबीएसई बोर्ड इस पर कड़ा कदम उठाने का फैसला किया है. बोर्ड ने पिछले हफ्ते कक्षा 10वीं और 12वीं परीक्षा 2020 की डेटशीट जारी कर दी है. परीक्षा 15 फरवीर से शुरू होगी और 31 मार्च तक चलेगी.