CBSE Board Exam 2020 Date Sheet: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) कक्षा 10वीं और 12वीं बोर्ड एग्जाम 2020 का टाइम टेबल अक्टूबर में जारी करेगा. टाइम टेबल जारी होने के बाद स्टूडेंट्स बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट www.cbse.nic.in पर जाकर चेक कर सकेंगे.
नई दिल्ली. CBSE Board Exam 2020 Date Sheet: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने ऑफिशियल वेबसाइट पर एक कक्षा 10वीं और 12वीं स्टूडेंट्स के लिए एलओसी (LOC) लिस्ट से जुड़ी नोटिफिकेशन ऑफिशियल वेबसाइट पर जारी किया है. इसके अलावा बोर्ड ने 2020 एग्जाम डेट शीट जारी करने की संभावित डेट भी बता दिया है. जानकारी की मानें तो सीबीएसई बोर्ड 10वीं और 12वीं 2020 एग्जाम डेट शीट्स ऑफिशियल वेबसाइट पर अक्टूबर में जारी कर सकता है. एग्जाम डेट जारी होने के बाद स्टूडेंट्स बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट www.cbse.nic.in पर जाकर चेक कर सकेंगे. सीबीएसई बोर्ड एग्जाम डेट शीट प्रति वर्ष एग्जाम से 3 महीने पहले जारी करता है. बोर्ड ऐसा इसलिए करता है ताकि स्टूडेंट्स डेट शीट के हिसाब से तैयारी कर सकें. जानकारी की मानें तो सीबीएसई बोर्ड कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं 15 फरवरी से शुरू होगीं. हालांकि अभी इसका आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है. सूत्रों की मानें तो मुख्य पेपर का एग्जाम पहले जबकि वोकेशनल पेपर आखिरी में आयोजित किया जाएगा.
सूत्रों से मिली जानकारी की मानें तो बोर्ड 10वीं और 12वीं एग्जाम का रिजल्ट 2020 में भी मई में जारी करेगा. बोर्ड की तरफ से 10वीं और 12वीं स्टूडेंट्स के रिजल्ट ऑफिशियल वेबसाइट पर दिया जाएगा. इस बार सीबीएसई बार यानी कि 2019 में सीबीएसई बोर्ड ने 12वीं का रिजल्ट मई के पहले सप्ताह में अचानक से जारी कर दिया था. वही 10वीं का रिजल्ट मई के दूसरे सप्ताह में जारी किया गया था. सीबीएसई बोर्ड की तरफ से 2020 एग्जाम के लिए अभी तक कोई बदलाव नहीं किया गया है. जो अभ्यर्थी एक या दो विषय में फेल होंगे वो कंपार्टमेंटल परीक्षा के लिए आवेदन कर सकेंगे. इसके अलावा जो अभ्यर्थी अपनी कॉपी कि रि-चेकिंग कराना चाहेंगे वो बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर स्क्रूटनी एग्जाम के लिए आवेदन कर सकेंगे.
आपको बता दें कि 2018 में पेपर आउट होने के कारण बोर्ड ने इंस्क्रीप्टेड पेपर का इस्तेमाल किया था. ताकि पेपर आउट होने की स्थिति में बैक-अप के रूप में न्यू पेपर दिया जा सकें. 2018 में पेपर आउट होने के कारण बोर्ड की काफी किरकिरी हुई थी. जिसके बाद मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने पेपर लीक की समीक्षा करने के लिए एक कमेटी का गठन का किया था.