नई दिल्ली : अधिकांश बोर्डों ने 10वीं और 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम जारी कर दिए हैं. 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले सभी छात्रों को अब अपनी पसंद के विश्वविद्यालय में प्रवेश लेना आवश्यक है. वर्तमान में ड्यूल डिग्री प्रोग्राम बहुत लोकप्रिय हैं, कई छात्र इसमें प्रवेश लेना चाहते हैं. बता दें कि अध्ययन […]
नई दिल्ली : अधिकांश बोर्डों ने 10वीं और 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम जारी कर दिए हैं. 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले सभी छात्रों को अब अपनी पसंद के विश्वविद्यालय में प्रवेश लेना आवश्यक है. वर्तमान में ड्यूल डिग्री प्रोग्राम बहुत लोकप्रिय हैं, कई छात्र इसमें प्रवेश लेना चाहते हैं.
बता दें कि अध्ययन के इस पाठ्यक्रम के संबंध में, छात्रों के पास कई प्रश्न हैं, जैसे: ड्यूल डिग्री कोर्स क्या है, इसको करने से क्या फायदा होता है?, एक साथ दो डिग्री कैसे हासिल की जा सकती है?, साथ ही ड्यूल डिग्री के किन संयोजनों के विकल्प उपलब्ध हैं…? इस खबर में आपको इन्ही सवालों के जवाब मिलेंगे.
also read
RCB vs DC: ऐतिहासिक कारनामा करने के करीब विराट कोहली, ऐसा करने वाले पहले खिलाड़ी
यदि आप विविध ज्ञान हासिल करना चाहते हैं, न कि केवल दो अलग-अलग विषयों में विशेषज्ञता, तो इसके लिए सबसे अच्छा विकल्प डुअल डिग्री प्रोग्राम है. कई विश्वविद्यालय वर्तमान में विभिन्न विषयों और पाठ्यक्रमों में डुअल डिग्री की पेशकश की जा रही है.
एक ही स्तर पर अध्ययन के दो अलग-अलग क्षेत्रों में डुअल डिग्री प्राप्त की जा सकती है. उदाहरण के लिए – यदि आप मनोविज्ञान के साथ-साथ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में डुअल डिग्री प्रोग्राम कर रहे हैं, तो आप दो अलग-अलग डिग्री, यानी बीए मनोविज्ञान और बीबीए एक साथ अर्जित करेंगे.
डुअल डिग्री कार्यक्रम आपके ज्ञान और कौशल को बढ़ाता है. 12वीं पास अभ्यर्थी एक साथ यूजी और पीजी डिग्री प्राप्त कर सकते हैं. इसके लिए छात्रों को केवल एक प्रवेश प्रक्रिया से गुजरना होगा. बता दें कि ऐसे किसी कोर्स का चयन करके आपके समय और पैसे, दोनों की बचत हो सकती है, क्योंकि आप चार या पांच वर्षों में दोनों डिग्री प्राप्त कर सकते हैं. ये कोर्स नौकरी की संभावनाओं को बढ़ाते हैं, साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में कॅरिअर के लिए बेहतर विकल्प प्रदान करते हैं.
also read
Career Tips: अगर आप कर रहे हैं जॉब सर्च तो ट्राई करें ये तीन एआई टूल को मिलेगा फायदा