Sociology Career Options For 12th Arts Students: जू़लॉजी से ग्रेजुएशन के बाद आप कई क्षेत्रों में अपना करियर बना सकते हैं. ह्यूमन रिसोर्स (एचआर) प्रतिनिधि, लॉ, मैनेजमेंट कंसल्टेंट, मार्केट रिसर्च एनॉलिस्ट, मीडिया प्लानर, नीति विश्लेषक, सोशल वर्कर, कम्यूनिटी ऑर्गेनाइजर, प्रोफेसर, लेक्चरर, कंसल्टेंट, काउंसलर में से कोई एक विकल्प चुनकर बेहतर करियर बना सकते हैं.
नई दिल्ली. Sociology Career Options For 12th Arts Students मानव की सामाजिक गतिविधियों में रूचि रखते हैं तो सोशियोलॉजी आपके करियर के लिए अच्छा ऑप्शन हो सकता है. इसमें सामाजिक वर्ग, रेस, कल्चर और सामाजिक परिवर्तन के बारे में अध्यन किया जाता है. साथ ही जुर्म से लेकर धर्म, परिवार से लेकर राज्य, सामाजिक स्थिरता से लेकर सामजिक बदलावों तक का अध्ययन होता है. ह्यूमन रिसोर्स (एचआर) प्रतिनिधि, लॉ, मैनेजमेंट कंसल्टेंट, मार्केट रिसर्च एनॉलिस्ट, मीडिया प्लानर, नीति विश्लेषक, सोशल वर्कर, कम्यूनिटी ऑर्गेनाइजर, प्रोफेसर, लेक्चरर, कंसल्टेंट, काउंसलर में से कोई एक विकल्प चुनकर बेहतर करियर की राह पकड़ सकते हैं.
ह्यूमन रिसोर्स (एचआर) प्रतिनिधि
एचआर संस्थान के कार्यालय के दिन-प्रतिदिन के कार्यों को मैनेज करता है. एचआर नीतियों, प्रक्रियाओं और कार्यक्रमों के प्रशासन का प्रबंधन करता है. एचआर विभागीय विकास, मानव संसाधन, कर्मचारी संबंध, प्रशिक्षण और विकास, लाभ, क्षतिपूर्ति, विकास और रोजगार संबंधित क्षेत्रों की जिम्मेदारी उठाता है.
लॉ
चुनौतियों से भरा होने बावजूद यह पेशा करियर के लिए एक आकर्षक विकल्प है. एक अच्छा लॉयर बनने के लिे कानूनी दांवपेचों को जानने और समझने की काबिलियत होनी चाहिए. लॉ में करियर बनाने के लिए छात्र तीन वर्ष या पांच वर्ष की बैचलर डिग्री कर सकते हैं. एडवोकेट के रूप में किसी न्यायालय में प्रैक्टिस करने के अलावा किसी कॉर्पोरेट फर्म के लिए भी काम कर सकते हैं.
मैनेजमेंट कंसल्टेंट
किसी भी संस्थान की तरक्की में मैनेजमेंट कंसल्टेंट की अहम भूमिका होती है। मैनेजमेंट कंसल्टेंट संस्थान की दशा सुधारने के लिए पहले बिजनेस की मौजूदा समस्याओं का विश्लेषण करते हैं और जरुरत के मुताबिक आगे की योजनाओं को तैयार करते हैं. एमबीए करने के बाद आपको एसोसिएट अथवा कंसल्टेंट जैसी सीनियर पोजिशन पर काम कर सकते हैं.
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मार्केट रिसर्च एनॉलिस्ट
मार्केट रिसर्च विश्लेषक आमतौर पर रिसर्च के कार्यों को पूरा करता है और क्लाइंट अकाउंट के काम के लिए काम करता है. माना कि कोई कंपनी साबुन मार्केट में लाना चाहती है तो कंपनी बाजार में विश्लेषण करती है कि वह फेस सोप होना चाहिए या बॉडी सोप. बाजार और उपभोक्ताओं से जुड़ी तमाम जानकारियां, उपभोक्ताओं की पसंद-नापसंद के बारे में जानकारी इकट्ठा करती है। उसके बाद ही प्रोडेक्ट बाजार में उतारती है.
मीडिया प्लानर
मीडिया प्लानर क्लाइंटस की जरूरतों के हिसाब से प्रोडेक्ट की बिक्री बढ़ाने के लिए मीडिया प्लान तैयार करते हैं. सोशल मीडिया, मैग्जीन
मीडिया प्लानर समाजशास्त्रीय ज्ञान की सहायता से मिलती है अधिक से अधिक लोगों से कम्यूनिकेट कर सकता है. मीडिया प्लानर सोशल मीडिया, होर्डिंग, मैगज़ीन, रेडियो, टेलीविजन, ब्रोशर, न्यूजलेटर्स, डिजिटल मीडिया जैसे विभिन्न प्लेटफार्मों द्वारा टार्गेट ऑडियंस तक पहुँच सकता है.
नीति विश्लेषक
जनता को प्रभावित वाले मुद्दों पर नीति विश्लेषक रिसर्च करते हैं और उन समस्याओं को दूर करने के लिए कानून बनाने की सलाह देते हैं. समाजशास्त्र का ज्ञान विश्लेषकों को सामाजिक समस्याओं और विभिन्न आबादी पर कानून के प्रभाव का आकलन करने में मदद करता है. समाजशास्त्र की बड़ी कंपनियां कल्याण, गरीबी, मादक द्रव्यों के सेवन, नौकरी प्रशिक्षण, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और समलैंगिक विवाह जैसे मुद्दों का विश्लेषण करती हैं.
सोशल वर्कर
सोशल वर्क विश्वविद्यालयों में एक विषय के रूप काफी लोकप्रिय होता जा रहा है. छात्रों को इस विषय के तहत कम्युनिटी ऑर्गनाइजेशन, सोशल पॉलिसी प्लानिंग, इकोलॉजी, इकनॉमिक्स, साइकोलॉजी, लॉ, पॉलिटिकल साइंस, हेल्थ, जेंडर स्टडीज, चाइल्ड केयर, फैमिली सर्विस, बायोलॉजी और मेडिकल साइंस जैसे कई विषयों की शिक्षा दी जाती है. इन विषयों की शिक्षा प्राप्त कर आप अपनी रुचि के अनुरूप क्लिनिकल सोशल वर्क, मेडिकल सोशल वर्क, स्कुल सोशल वर्क, एडमिनिस्ट्रेशन या मैनेजमेंट सोशल वर्क, सोश लवर्क इन चाइल्ड एंड फैमिली केयर, कम्यूनिटी ऑर्गनाइजर में से किसी भी क्षेत्र में अपने लिए सही करियर की तलाश कर सकते हैं.
डिसक्लेमर- ये लेख एक्सपर्ट की सलाह नहीं है. बस एक कोशिश है ये बताने की क्या विकल्प हैं. स्टुडेंट् अपने सबसे मजबूत पक्ष को खुद जानते हैं. इसलिए करियर या विषय चुनने में उस सबजेक्ट में रुचि और ताकत को ध्यान में रखकर स्वयं फैसला करें.