पटना. एक तरफ हमारे देश का दुश्मन मुल्क पाकिस्तान,जम्मू कश्मीर को हड़पने की नियत से हमारे देश में आये दिन देश विरोधी ताकतों और आतंकी गति विधियों को देश मे चला रखा है, जम्मू कश्मीर की रक्षा के लिए देश के वीर सपूतों ने भी आतंकी संगठन की साजिश को नाकाम कर पाकिस्तान को मुंह […]
पटना. एक तरफ हमारे देश का दुश्मन मुल्क पाकिस्तान,जम्मू कश्मीर को हड़पने की नियत से हमारे देश में आये दिन देश विरोधी ताकतों और आतंकी गति विधियों को देश मे चला रखा है, जम्मू कश्मीर की रक्षा के लिए देश के वीर सपूतों ने भी आतंकी संगठन की साजिश को नाकाम कर पाकिस्तान को मुंह तोड़ जवाब भी दे रहे है. वहीं, इन सब के बीच बिहार शिक्षा विभाग भी दुश्मन देश पाकिस्तान की वकालत कर रहे है, और बिहार के छात्रों के दिमाग में भी ये डालने की साजिश चल रही है कि जम्मू कश्मीर हमारे देश का हिस्सा नहीं बल्कि ये एक अलग राष्ट्र है.
दरअसल इन दिनों बिहार शिक्षा विभाग के आदेश पर कक्षा एक से लेकर कक्षा आठ के बिहार के सभी छात्र छात्रओं की अर्धवार्षिक परीक्षा ली जा रही थी, जो बारह अक्टूबर से आरंभ हुई है,अठारह अक्टूबर तक चलेगी. 17 अक्टूबर सोमवार के दिन द्वितीय पाली में छठे क्लास से लेकर क्लास आठवें तक के छात्र छात्राओं से अंग्रेजी की परीक्षा ली गई, लेकिन बिहार शिक्षा विभाग पर उंगलियां तब उठी जब सातवें क्लास के अंग्रेजी प्रश्न का पहला सवाल ये पूछा गया कि चाइना का उदाहरण देते हुए लिखा है कि चीन के नागरिकों को चाइनीज कहा जाता है।तो नेपाल के नागरिकों,इंग्लैंड के नागरिकों,कश्मीर के नागरिकों और भारत के नागरिकों को आप क्या कहेंगे.
बता दें, इनके लिए कुल आठ अंक निर्धारित किए गए, यानी एक सवाल के लिए दो अंक, जिसमें चार प्रश्नों का जबाव लिखने पर उसे आठ अंक मिलेंगे। इस तरह पैटर्न का प्रश्न पत्र सीमांचल के अररिया, किशनगंज और कटिहार के छात्रों से पूछा गया है, अब इस प्रश्नपत्र पर सवाल उठाए जा रहे हैं.
इस मामले में स्कूल के शिक्षकों ने बताया कि क्वेश्चन पेपर समग्र शिक्षा विभाग से उपलब्ध करवाया गया है, उन्होंने बताया कि सवाल पूरी तरह से गलत पूछा गया है, वही जिला शिक्षा पदाधिकारी सुभाष कुमार गुप्ता से मामले को पूछे जाने पर उन्होंने कैमरे के सामने कुछ बोलने से इंकार किया है.
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