7th Pay Commission: सातवां वेतनमान लागू होने के बाद भारतीय रेलवे के कर्मचारियों के मासिक वेतन में 14 से 26 फीसदी तक का इजाफा हुआ. यह जानकारी रेल मंत्री पीयूष गोयल ने शीतकालीन सत्र के दौरान संसद में दी. उन्होंने कहा कि 7वां वेतन आयोग लागू होेने के बाद कर्मचारियों की सैलेरी बढ़ी जिससे रेलवे का खर्च भी बढ़ा. यही कारण है कि रेलवे के ऑपरेटिंग रेश्यो में इतना इजाफा हुआ है.
नई दिल्ली. 7th Pay Commission Latest News: सातवां वेतन आयोग लागू होने के बाद भारतीय रेलवे के कर्मचारियों का वेतन 14 से 26 प्रतिशत तक बढ़ गया है. यानी कि रेलवे के कर्मचारियों को 7वें वेतनमान के अनुसार एक चौथाई तक वेतन वृद्धि का लाभ मिला है. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने शीतकालीन सत्र के दौरान संसद में जवाब दिया. गोयल ने भारत नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक, सीएजी की रिपोर्ट पर चर्चा करते हुए कहा कि रेलवे कर्मचारियों को सातवें वेतन आयोग के पे मैट्रिक्स के हिसाब से सैलेरी देने के बाद विभाग का खर्च काफी बढ़ा. जिस वजह से रेलवे का ऑपरेटिंग अनुपात भी बढ़ा है.
केंद्र सरकार के सातवें वेतनमान लागू करने के बाद निम्न ग्रेड के रेलवे कर्मयारियों का वेतन 14 प्रतिशत बढ़ गया. वहीं रेलवे में उच्च ग्रेड के कर्मचारियों के वेतन में 24 फीसदी तक का इजाफा हुआ. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने सदन में जानकारी दी कि सातवां वेतन आयोग लागू होने के बाद रेलवे का वेतन खर्च 22,000 करोड़ रुपये तक पहुंच गया.
सीएजी की रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय रेलवे का ऑपरेटिंग रेश्यो साल 2015-16 में 90.49 प्रतिशत था. जो कि एक साल बाद 2016-17 में बढ़कर 96.5 हो गया था. 2017-18 में रेलवे का ऑपरेटिंग रेश्यो 98.44 प्रतिशत रहा. ऑपरेटिंग रेश्यो एक संस्थान के कमाई पर खर्च का अनुपात होता है. यानी कि रेलवे को 100 रुपये की कमाने के लिए 98.44 रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं.
यानी कि रेलवे की कमाई दिन ब दिन कम होती जा रही है. पिछले 3-4 सालों में रेलवे का ऑपरेटिंग रेश्यो तेजी से बढ़ा है. रेल मंत्री पीयूष गोयल रेलवे में नवाचार, सुविधाएं बढ़ाने और कर्मचारियों की वेतन वृद्धि का हवाला दे रहे हैं.
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