7th Pay Commission, 7th CPC Latest News Today: नरेंद्र मोदी सरकार जल्द ही केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों को वेतन वृद्धि का तोहफा दे सकती है. केंद्र सरकार के कर्मचारी लंबे समय से इसकी मांग कर रहे हैं. कर्मचारियों की मांग थी कि न्यूनतम वेतन में 8,000 रुपये की वृद्धि की जाएं. एनडीए सरकार अपने पिछले कार्यकाल में इस पर फैसला नहीं ले पाई थी. इस बार उम्मीद जताई जा रही है कि सरकार इस पर फैसला लेगी और कर्मचारियों को वेतन वृद्धि का तोहफा देगी. केंद्र सरकार पहले ही कर्मचारियों के लिए दिए जाने वाले कुछ भत्तों में इजाफा कर चुकी है.
नई दिल्ली. 7th Pay Commission, 7th CPC Latest News Today: क्या इस साल के बजट में केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए बड़ी बढ़ोतरी की घोषणा होगी? ये सवाल लाखों सरकारी कर्मचारियों के दिमाग में चल रहा है. पिछले कार्यकाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार अपने कर्मचारियों के लिए वेतन वृद्धि की घोषणा नहीं कर पाई थी. सरकार के दूसरे कार्यकाल के साथ सरकारी कर्मचारियों की उम्मीदें बढ़ गई हैं कि उन्हें वेतन वृद्धि का तोहफा मिल सकता है. सातवें वेतन आयोग की सिफारिश से परे केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों ने न्यूनतम वेतन में बढ़ोतरी पर लंबे समय से सरकार के सामने अपनी मांग रखी हुई है.
नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट 5 जुलाई को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत किया जाना है. सभी की निगाहें बजट पर होंगी क्योंकि भारत की अर्थव्यवस्था ने 2018-19 में 6.8 प्रतिशत की 5 साल की कम वृद्धि दर्ज की है. उम्मीदें भी होंगी कि मंत्री सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हैं. इसके अलावा, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की हालिया रेपो दर में कटौती को कम बजट के बावजूद एक स्वस्थ बजट के संकेत के रूप में भी देखा जा सकता है.
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इसलिए, अगर सरकार वास्तव में मांग के हिसाब से स्पाइक के लिए बाजार में ज्यादा पैसा पहुंचाना चाहती है, तो कर्मचारियों के न्यूनतम वेतन वृद्धि की भी उम्मीद की जा सकती है. इसके अलावा, मीडिया रिपोर्टें थीं कि नए वित्त मंत्री को सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों और केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों की मांगों के बारे में जानकारी दी गई थी. इसलिए, यह उम्मीद की जा सकती है कि केंद्रीय मंत्री निश्चित रूप से कर्मचारियों की लंबे समय से चली आ रही मांग पर विचार करेंगे.
केंद्रीय सरकारी कर्मचारी अपने वर्तमान मूल वेतन में बढ़ोतरी की मांग कर रहे हैं. वर्तमान में उन्हें न्यूनतम वेतन 18,000 रुपये मिल रहा है, लेकिन 8000 रुपये की वृद्धि की मांग है. इसका मतलब है कि वे चाहते हैं कि केंद्र 26,000 रुपये के संशोधित वेतन पाने के लिए फिटमेंट फैक्टर को 3.68 गुना बढ़ाए. अब, यह देखना है कि क्या मोदी सरकार केंद्र सरकार के कर्मचारियों की लंबे समय से चली आ रही मांग पर ध्यान देती है और न्यूनतम वेतन में बढ़ोतरी करती है.