नई दिल्ली. दिल्ली के एजुकेशनल हब कहे जाने वाले मुखर्जी नगर के रिहायशी इलाकों में चल रहे कोचिंग इंस्टिट्यूट हटाने के मामले में अब नया मोड़ आ गया है. कोचिंग इंस्टिट्यूट में पढ़ने वाले छात्रों ने दिल्ली हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल कर कहा है कि मामले की सुनवाई के दौरान उनका पक्ष भी सुना जाए क्योंकि इस मामले में होने वाले फैसले से उनके भविष्य पर असर पड़ेगा.
दिल्ली के किंग्सवे कैंप और मुखर्जी नगर इलाके में स्थित कोचिंग संस्थान में पढ़ने वाले 5 छात्रों ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है. छात्रों ने अपनी याचिका में कहा है कि अगर दिल्ली नगर निगम ने कोचिंग संस्थान को सील कर दिया तो सबसे ज्यादा उन्हें ही परेशानी होगी. वो सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहे हैं और परीक्षा अक्टूबर में होने वाली है.
पिछली सुनवाई में दिल्ली हाईकोर्ट ने कोचिंग सेंटरों को कहा था कि वह बताए कि उन्हें रिहायशी इलाके से सेंटर हटाने के लिए कितना वक्त चाहिए. इतना ही नहीं, कोर्ट ने कोचिंग इंस्टिट्यूट से पूछा था कि आप एनसीआर या फिर आउटर दिल्ली इलाके में क्यों नहीं शिफ्ट हो जाते.
बता दें कि दिल्ली हाईकोर्ट मुखर्जी नगर और किंग्सवे कैंप के रिहायशी इलाकों से कोचिंग इंस्टिट्यूट हटाने को लेकर दाखिल याचिका पर सुनवाई कर रहा है.