दिल्ली. दिल्ली यूनिवर्सिटी में गणित विषय से पीएचडी में एडमिशन के लिए इंटरव्यू शुरू हो चुका है. यूनिवर्सिटी ने इसके लिए कट ऑफ मार्क्स और इंटरव्यू के कार्यक्रम भी जारी कर दिये हैं. हैरान करने वाली बात ये है कि जहां सामान्य वर्ग के स्टूडेंट्स के लिए कट ऑफ 94 प्रतिशत है वहीं, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिए कट ऑफ जीरो रखा गया है.
जैसे ही इस कट ऑफ लिस्ट को नोटिस बोर्ड पर चिपकाया गया तो स्टूडेंट्स हैरान रह गये. स्टूडेंट्स की हैरानी की वजह इसलिए भी थी कि गणित से पीएचडी कार्यक्रम के लिए एससी-एसटी कैटगरी के छात्रों को 30-40 प्रतिशत पासिंग मार्क्स की भी आवश्यक्ता नहीं थी. उनका कट ऑफ जीरो पर ही रखा गया है.
बता दें कि एससी-एसटी स्टूडेंट्स के लिए कट ऑफ जीरो रखने का मतलब ये है कि इस कैटेगरी के स्टूडेंट्स को रिटेन टेस्ट में अगर जीरो नंबर भी मिले होंगे तब भी वो इस इंटरव्यू में शामिल हो सकते हैं और यूनिवर्सिटी ने नोटिस जारी कर इन्हें बुलाया भी है.
दिल्ली यूनिवर्सिटी के पीएचडी प्रोग्राम के लिए मैथ डिपार्टमेंट का मामला है. यूनिवर्सिटी के नोटिस के मुताबिक ये हैं कट ऑफ-
- सामान्य-94
- ओबीसी-84
- एससी/एसटी- 0
मैथ से पीएचडी के लिए इंटरव्यू 31 जुलाई से शुरू हो चुका है जो 4 अगस्त, 2017 तक चलेगा. यूनिवर्सिटी ने इंटरव्यू के लिए 223 उम्मीदवारों के नाम जारी किये हैं. पूरे 223 छात्रों में से 32 एससी-एसटी हैं जिन्हें साक्षात्कार के दौर के लिए चुना गया.
बता दें कि कुछ छात्रों की नाराजगी भी इसलिए है क्योंकि किसी भी परीक्षा में पास करने के लिए कम से कम 30-40 नंबर चाहिए होते हैं. ऐसे में एससी-एसटी के लिए मैथ से पीएचडी में कट ऑफ जीरो रखने पर सोशल मीडिया पर गैर आरक्षित कोटे के छात्र तीखी प्रतिक्रिया दे रहे हैं.