आगरा : पिछले तीन साल से अपने गाइड के खिलाफ यौन के उत्पीड़न मामले में न्याय की लड़ाई लड़ रही अलीगढ़ मुस्लिम विश्वद्यालय की रिसर्च स्कॉलर ईरान ने कहा है कि विदेशी स्टूडेंट्स को भारत में पढ़ने नहीं आना चाहिए क्योंकि यहां का वातावरण उपयुक्त नहीं है.
पिछले साल अगस्त में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आदेश के बावजूद आरोपी प्रोफेसर बिलाल मुस्तफा खान के खिलाफ निचली अदालत ने अभी तक आरोप तय नहीं किये हैं. हालांकि, स्कॉलर ने कहा है कि उन्हें जब तक न्याय नहीं मिल जाता, तब तक वो भारत नहीं छोड़ेंगी.
बता दें कि डॉक्टरेट की छात्रा ने 9 मई, 2014 को सिविल लाइंस पुलिस थाने में अपने सुपरवाइजर के खिलाफ मानसिक और यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. उसकी शिकायत के अनुसार, आरोपी खान ने व्हाट्सएप पर उसे अश्लील संदेश भेजे थे और उसे अपने निजी जीवन के बारे में सवालों से परेशान किया था. बता दें कि आरोपी शिक्षक विश्वविद्यालय के बिजनेस प्रशासन विभाग में है.
बताया जा रहा है कि मार्च 2015 में, विश्वविद्यालय अथॉरिटी की ओर से न सिर्फ उसे छूट दी गई, बल्कि उसे एसोसियेट प्रोफेसर के रूप में प्रमोशन भी दिया.
पिछले साल अगस्त में वकील गोपाल कृष्णा जोहारी की ओर से दायर आवेदन में छात्रा ने आरोप लगाया था कि जून 2015 में आरोपपत्र दाखिल करने के बाद से आरोपी ने कई छूट और स्थगन की मांग की थी, जिसे “मैकेनिकल तरीके से” यूनिवर्सिटी की ओर से प्रदान किया गया था.