नई दिल्ली : NEET अगले साल से शुरू होने वाले विभिन्न आयुष पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश राष्ट्रीय पात्रता-सह प्रवेश परीक्षा आयोजित करेगा. आयुष मंत्रालय के अनुसार परीक्षा अगले शैक्षणिक (2018-19) सत्र से आयोजित की जाएगी. अभी तक आयुष विद्यालयों खुद आयोजित कराई गई परीक्षा के आधार पर प्रवेश देते थे.
आयुष मंत्रालय की इस पहल के बाद किसी भी आयुष कॉलेजों में सीटों को भरने के लिए निजी परीक्षा नहीं आयोजित की जाएगी. प्रवेश प्रक्रिया को मानकीकृत करने का निर्णय आयुष (आयुर्वेद, योग और निसर्गोपचार, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी) के लिए योग्य छात्रों को आकर्षित करने के प्रयास में लिया गया है. आयुष मंत्रालय ने नई प्रवेश प्रक्रिया के संबंध में सभी राज्य सरकारों को सलाह दी है.
बता दें कि आयुर्वेद, होम्योपैथी, प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी दवाइयों और योग की मांग दुनिया भर में बढ़ गई है. इस तरह के पाठ्यक्रमों को आगे बढ़ाने वाले छात्रों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है. इसलिए इस धारा में शिक्षा के स्तर को बनाए रखने की आवश्यकता है.
आयुष राज्य मंत्री श्रीपद यस नाइक ने कहा कि NEET (प्रवेश राष्ट्रीय पात्रता-सह प्रवेश परीक्षा) की शुरुआत के साथ, किसी भी आयुष कॉलेजों में सीट भरने के लिए निजी परीक्षा नहीं आयोजित की जाएगी. मंत्री ने कहा कि दो साल में योग का अभ्यास करने वाले लोगों की संख्या में 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
इस बीच NEET 2017 परीक्षा लेने वाले छात्रों को थोड़ी देर इंतजार करना होगा. सुप्रीम कोर्ट सीबीएसई द्वारा एक याचिका सुनाएगी जिसमें बोर्ड ने परिणाम घोषित करने की अनुमति मांगी थी और मद्रास उच्च न्यायालय के मदुरै पीठ द्वारा लगाए गए रहने को भी खाली कर दिया था.