नई दिल्ली : सीबीएसई ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET 2017) के नतीजों पर मद्रास हाई कोर्ट की ओर से लगाई गई रोक के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे दी है. सुप्रीम कोर्ट CBSE की याचिका पर सोमवार को सुनवाई करेगा.
नीट परीक्षा का परिणाम 8 जून को घोषित होने वाला था, लेकिन मद्रास हाईकोर्ट ने इस पर रोक लगा दी थी. जिसके बाद सीबीएसई ने रिजल्ट को टालने का फैसला किया था. CBSE ने कहा था कि वह मद्रास हाईकोर्ट के आदेश का पालन करेगी और 12 जून तक रिजल्ट की घोषणा नहीं करेगी और कहा था कि रिजल्ट 13 जून को मद्रास हाईकोर्ट में सुनवाई के बाद ही घोषित किए जाएंगे, लेकिन अब इसी मामले को लेकर सीबीएसई ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर दी है.
क्या है मामला ?
पूरा मामला अलग-अलग भाषाओं में हुए नीट के पेपर से जुड़ा हुआ है. मद्रास हाईकोर्ट में एक याचिका दाखिल कर यह बात कही गई थी कि स्थानीय भाषाओं में पूछे गए सवाल अंग्रेजी भाषा में पूछे गए सवालों के मुकाबले आसान थे. वहीं गुजरात हाईकोर्ट में एक याचिका दाखिल कर कहा गया था कि गुजराती में पूछे गए सवाल अंग्रेजी के मुकाबले कठिन थे. गुजरात में NEET मामले पर मंगलवार को सुनवाई की गई थी.
वहीं सीबीएसई ने इस मामले में कहा था कि सभी पेपरों को मॉडरेटरों ने तय करके एक ही लेवल का निकाला था. बोर्ड का कहना है कि सभी भाषा में पेपर का डिफिकल्टी लेवल एक जैसा ही था.
बता दें कि CBSE NEET परीक्षा देश के मेडिकल, डेंटल, आयुष और वेटरिनेरी कॉलेजों में एडमिशन के लिए आयोजित की जाती है. CBSE NEET 2017 परीक्षा पर एक के बाद एक विवाद जारी है. NEET परीक्षा में नकल रोकने के लिए जहां एक ओर सख्ती बरतने के नाम पर लड़कियों से अंडरगार्मेंट तक उतारवाए गए, वहीं अलग-अलग भाषाओं में एग्जाम पेपर के सवालों में भी अंतर पाए गए.