नई दिल्ली: भारत की चौथी बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी एचसीएल ने हाल ही में एक बड़ा प्लान लान्च करने का सोचा है. इस प्लान के अंदर टैलेंटेड बच्चों के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए एचसीएल उन बच्चों को इंजिनियर की ट्रेनिंग देगा.
सबसे दिलचस्प बात यह है कि इन बच्चों को हाई स्कूल खत्म होने के बाद ही आई-टी की ट्रेनिंग दी जाएगी. जिससे उनके भविष्य बेहतर बनाया जा सके. साथ ही इस प्लान में उन बच्चों को भी मौका मिलेगा जो पैसे की कमी की वजह से पढ़ाई नहीं कर पाते. ऐसे बच्चों को 12 वीं के बाद से स्पेशल ट्रेनिंग दी जाएगी.
बता दें कि एचसीएल इस प्लान को सक्सेसफुल बनाने के लिए 1.23 लाख करोड़ रुपये मार्केट में निवेश किया है. इस प्लान के अंदर वैसे बच्चे आएंगे जिनका बैकग्राउंग 12th में साइंस विषय रहा है. इस प्लान के अंदर जब ट्रेनिंग के बाद बच्चों की जॉब लग जाएगी तो शुरुआती सैलरी 1.8 लाख सलाना दिया जाएगा.
रिपोर्ट्स के मुताबिक एचसीएल सबसे पहले इस प्लान को छोटे स्तर पर मदुरई में शुरु करेगी और इसके अंतर्ग सबसे पहले 100 बच्चों की भर्ती की जाएगी. ये सारे बच्चे 12th पास होने चाहिए और इन बच्चों को 1 साल की स्पेशल ट्रेनिंग कोयम्बटूर में दी जाएगी. साथ ही एडमिशन के क्राइटेरिया में इस बात को शामिल किया गया है कि सीबीएसई 12 वीं बोर्ड एग्जाम में कम से कम 85% होने चाहिए.
इस प्लान के अंदर इस बात का ख्याल रखा गया है कि अगर बच्चा आगे की पढ़ाई करना चाहता है तो वह अपनी स्नातक की डिग्री एसएसएन इंजीनीरिंग कॉलेज से ले सकता है . इसमें आगे की पढ़ाई पूरी करने के लिए वीकेंड प्रोग्राम की व्यवस्था की गई है.
तमिलनाडु में यह काफी बड़ा पहल होने जा रहा है. क्योंकि इस राज्य में कई ऐसे फैमिली हैं जो पैसे की कमी की वजह से अपने बच्चों को इंजीनीरिंग नहीं करा पाते हैं. इस कंपनी के वाईस प्रेसिडेंट Srimathi Shivashankar के मुताबिक इस प्लान से हम वैसे टैलेंट को सामने ला पाएंगे जो पैसों के कमी की वजह से गांव या कस्बे में दब जाते हैं.
Nasscom के मुताबिक ये एचसीएल की एक शानदार पहल है. और आगे आने वाले समय में दूसरी आईटी कंपनी भी इस प्लान को शुरु कर सकती है.