नई दिल्ली: ‘जवाब तो देना होगा’ में आज आपको बताएंगे कि कैसे इंडिया न्यूज़ की लगातार चल रही मुहिम से स्कूलों के पैर के नीचे से ज़मीन खिसक रही है. हमने हमारी इस मुहिम में लगातार कहा कि हमारी मुहिम उन स्कूलों के खिलाफ कतई नहीं है जो शिक्षा देने का काम कर रहे हैं, शिक्षा बेचने का व्यवसाय नहीं.लेकिन धीरे धीरे उन स्कूलों की लामबंदी शुरू हो गई है जिन्हें सवाल पूछे जाने से घबराहट हो रही है.
कल गाजियाबाद के 128 स्कूलों ने मिलकर एक दिन के लिए स्कूल बंद कर दिया और वजह क्या बताई. वजह बताई कि बेवजह के प्रदर्शन और गैरजरूरी सरकारी दखल से परेशान होकर वो ये बंद कर रहे हैं. देशभर में मां बाप इस चिलचिलाती 42-44 डिग्री की गर्मी में प्रदर्शन कर रहे हैं तो एसी कमरों में बैठे स्कूल मैनेजमेंट के लोगों को ये बेवजह का प्रदर्शन लग रहा है.
जब इंडिया न्यूज़ सवाल पूछकर दबाव बना रहा है प्रशासन पर कि वो ये मनमानी रोके और सरकार हरकत में आ रही है तो स्कूलों को ये गैरज़रूरी लग रहा है. जहां स्कुलो ने एक दिन के लिए सांकेतिक हड़ताल कर स्कुलो को बंद रखा औऱ डीएम से मुलाकात की है.
दूसरी तस्वीर में वो पत्र है जिसे डीपीएस गाजियाबाद ने पैरेन्ट को लिखा है कि 4 मई को स्कूल बंद रहेंगे. इंडिपेन्डेंट स्कूल फेडरेशन के समर्शन में स्कूल ने एक दिन के लिए स्कूल को बंद रखा है. दरअसल फेडरेशन ने अभिभावकों के प्रदर्शन पर सवाल उठाए है.
फेडरेशन का कहना है कि प्रदर्शन के जरिए अभिभावक प्रशासन पर दबाव बनाने की जबरन कोशिस कर रहे है. वही पेरेंटस ने भी फेडरेशन के खिलाफ मोर्चा खोला है. स्कुलो की बढ़ी फीस के विरोध में कैंडिल मार्च निकाला गया है ये विजयनगर इलाके में कैंडिल मार्च निकाला गया.
अभिभावकों का कहना है की एनुअल चार्ज बंद होना चाहिए, नहीं तो प्रदर्शन जारी रहेगा. इसके अलावा पेरेंट्स कह रहे हैं की वो हल्ला बोल भी जारी रखेंगे. डीएम से मीटिंग कर स्कूलों की मनमानी जारी रखने की कोशिश की जा रही है.