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बदजुबानी दिमागी फितूर या सोची समझी रणनीति ?

इंडिया न्यूज शो 'जवाब तो देना होगा' में आज सवाल नेताजी की उस ज़ुबान का जो चुनाव देखते ही बेकाबू हो जाती है. और बदज़ुबानी भी ऐसी की आपको सोचना पड़ जाए कि क्या हम इन्हें वोट देकर चुनते हैं.

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  • February 6, 2017 2:49 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago

नई दिल्ली: इंडिया न्यूज शो ‘जवाब तो देना होगा’ में आज सवाल नेताजी की उस ज़ुबान का जो चुनाव देखते ही बेकाबू हो जाती है. और बदज़ुबानी भी ऐसी की आपको सोचना पड़ जाए कि क्या हम इन्हें वोट देकर चुनते हैं.

पंजाब, गोवा और उत्तराखंड समेत उत्तर प्रदेश में भी चुनाव हैं.और नतीजा ये है कि एक के बाद एक ऐसे बयान आ रहे हैं जो सवाल खड़े करते हैं कि क्या चुनाव में जीत हासिल करने के लिए नेताओं की बदज़ुबानी की भी कोई सीमा हो सकती है या नहीं.

अब विवादित बयानों के लिए मशहूर समाजवादी पार्टी के नेता आज़म ख़ान को ही ले लिजिए, आजम खान ने प्रधानमंत्री को रावण बता दिया है. यह भी हो सकता है कि व्यक्तिगत तौर पर कोई आपको पसंद या नपसंद हो लेकिन प्रधानमंत्री के पद की गरिमा का ख्याल तो होना चाहिए.

वैसे आपको बता दें कि आज़म ख़ान अकेले नहीं हैं जिनकी ज़ुबान बदज़ुबान हुई हो, आपको पहले कुछ विवादित बयान सुनाते हैं और फिर ऐसे बयानों का इतिहास भी देखेंगे.

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